Uttarakhand Nisha Mehta lieutenant: सैन्य परिवार से ताल्लुक रखती है निशा, पिता और दादा भी सेना में रहकर कर चुके हैं मां भारती की सेवा…
बात जब भी भारतीय सेना की होती है वीरभूमि उत्तराखण्ड का नाम हमेशा से ही बड़े गर्व और सम्मान के साथ लिया जाता है। इसके पीछे जहां एक ओर राज्य के उन तमाम वीर सपूतों का सर्वोच्च बलिदान है, जिन्होंने मां भारती की सेवा करते हुए अपने जान की बाजी लगा दी वहीं दूसरी ओर लगातार देश की सेनाओं में बढ़ चढ़कर भागीदारी करने वाले राज्य के हजारों बहादुर वाशिंदे है। सबसे खास बात तो यह है कि अब सैन्य क्षेत्रों में राज्य की बहादुर बेटियां भी बढ़ चढ़कर भागीदारी कर रही है। आज हम आपको राज्य की एक और होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जो भारतीय सेना की मेडिकल कोर में लेफ्टिनेंट बन गई है। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के नायल गांव की रहने वाली निशा मेहता की। अपनी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से समूचे प्रदेश का मान बढ़ाने वाली निशा की सफलता से जहां परिजनों में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
(Uttarakhand Nisha Mehta lieutenant)
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के गणाई गंगोली तहसील क्षेत्र के नायल गांव निवासी निशा मेहता, भारतीय सेना की मेडिकल कोर में लेफ्टिनेंट बन गई है। बता दें कि एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली निशा के पिता और दादा भी सेना में रहकर मां भारती की सेवा कर चुके हैं। उनके पिता धीरज सिंह मेहता जहां थल सेना से सेवानिवृत्त है, वहीं उनके दादा महेंद्र मेहता ने नेवी (भारतीय नौसेना) में अपनी सेवाएं दी हैं। बताते चलें कि वर्तमान में निशा का परिवार नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील क्षेत्र में रहता है। उन्होंने MNS लखनऊ से 4 साल की ट्रेनिंग पूरी की है जिसके उपरांत उन्हें बीते शनिवार को लेफ्टिनेंट पद पर कमीशन प्राप्त हुआ है। इतना ही नहीं वह राष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी भी रह चुकी हैं।
(Uttarakhand Nisha Mehta lieutenant)
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