Pauri Garhwal tiger attack: घटना के वक्त घर के पास ही अपने खेत में काम कर रहा था ग्रामीण, एकाएक बाघ ने कर दिया हमला, काफी खोजबीन के बाद बुरी हालत में मिला क्षत विक्षत शव….
उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में अब जंगली जानवर ग्रामीणों के जी का जंजाल बन चुके हैं। अब तक जहां जंगली जानवरों द्वारा घने जंगल वाले क्षेत्रों में ग्रामीणों पर हमला करने की खबरें सामने आती थी वहीं अब जंगली जानवर आबादी वाले क्षेत्रों में गांव घर के आसपास भी ग्रामीणों पर हमला करने लगे हैं। ऐसी ही एक खबर आज राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले से सामने आ रही है जहां रिखणीखाल विकासखण्ड के डल्ला गांव में एक आदमखोर बाघ ने घर के पास से एक ग्रामीण को अपना निवाला बना लिया। इस दुखद घटना से जहां मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं पूरे क्षेत्र में भी दहशत के साथ ही शोक भी व्याप्त है।
(Pauri Garhwal tiger attack)
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अभी तक मिल रही जानकारी के मुताबिक मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के रिखणीखाल विकासखण्ड के डल्ला गांव निवासी बिरेंद्र सिंह उर्फ बीरू पर उसके घर के पास से ही आदमखोर बाघ ने एकाएक हमला कर दिया। इससे पहले कि बीरू कुछ सोच समझ पाता बाघ उसे उठाकर जंगल की ओर भाग गया। बीरू की चीख पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीणों ने हो हल्ला मचा कर बाघ को भगाने का प्रयास किया बावजूद इसके बाघ ने बिना किसी डर खौफ के बीरू को जंगल की ओर ले जाकर अपना निवाला बना लिया। काफी खोजबीन के बाद ग्रामीणों को बीरू का क्षत विक्षत शव जंगल से बरामद हो गया है। स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक घटना के वक्त बीरू अपने घर के पास ही अपने खेत में काम कर रहे थे। उस समय दिन भी नहीं डूबा था। दिन दहाड़े हुई इस घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। दहशतज़दा ग्रामीणों ने जहां वन विभाग को घटना की जानकारी दे दी है वहीं वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान भी खड़े किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने वन विभाग से बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
(Pauri Garhwal tiger attack)
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