Dheeraj Chauhan SSC CGL: धीरज ने उत्तीर्ण की एसएससी सीजीएल परीक्षा, बचपन में ही खो दिया था माता-पिता को, परिवार की विषम परिस्थितियों से जूझते हुए हासिल की सफलता….
राज्य के होनहार युवा आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। अपनी कड़ी मेहनत और काबिलियत के दम पर सफलता के ऊंचे ऊंचे मुकाम हासिल करने वाले राज्य के इन होनहार युवाओं से हम आपको आए दिन रूबरू कराते रहते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको राज्य के एक ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू कराने जा रहे हैं एसएससी द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा उत्तीर्ण कर डिविजनल अकाउंट्स आफिसर बनने का मुकाम हासिल किया है। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के हरिद्वार जिले के गैंडीखाता निवासी धीरज चौहान की, जो डिविजनल अकाउंट्स आफिसर बन गए हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि धीरज ने यह अभूतपूर्व उपलब्धि परिवार की विषम परिस्थितियों से जूझते हुए अपनी कड़ी मेहनत, लगन और बुलंद हौसले से हासिल की है। धीरज की इस उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
(Dheeraj Chauhan SSC CGL)
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के हरिद्वार जिले के गैंडीखाता निवासी धीरज चौहान पुत्र स्वर्गीय रूप सिंह ने परिवार की विषम परिस्थितियों जूझते हुए एसएससी द्वारा आयोजित सीजीएल 2022 परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। उनका चयन डिविजनल अकाउंट्स आफिसर के पद पर हुआ है। बता दें कि बचपन में ही धीरज के सिर से माता-पिता का साया उठ गया था, महज पांच वर्ष की उम्र से ही धीरज का लालन-पालन उनके चाचा सरदार सिंह और चाची मीना चौहान ने किया। ऐसी विषम परिस्थितियों में भी धीरज ने अपना हौसला नहीं खोया और अपनी कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया। बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल दर्जे के छात्र रहे धीरज ने वर्ष 2018 में इंटरमीडिएट की परीक्षा भी 92 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण की थी। इस दौरान उन्होंने अपने स्कूल में प्रथम स्थान हासिल किया था। भविष्य में आईएएस अधिकारी बनने का सपना देख रहे धीरज कहते हैं कि उन्होंने प्रतिदिन 8-10 घंटे पढ़ाई की, सोशल मीडिया से दूरी भी बनाई। अब वह सिविल सर्विसेज की तैयारी करेंगे।(Dheeraj Chauhan SSC CGL)
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