uttarakhand samvida sallary:भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) की तर्ज पर बढ़ाया जाएगा खेल प्रशिक्षकों का मानदेय, आगामी कैबिनेट बैठक में आएगा प्रस्ताव…
उत्तराखंड खेल विभाग में संविदा पर कार्यरत खेल प्रशिक्षकों के लिए राज्य सरकार की ओर से एक अच्छी खबर सामने आ रही है। जी हां अब जल्द ही प्रदेश में भारतीय खेल प्राधिकरण की तर्ज पर खेल प्रशिक्षकों का मानदेय 15 हजार से बढ़ाकर न्यूनतम 48 हजार रुपये कर दिया जाएगा । बता दें कि विभाग ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। आगामी सरकार की कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को पेश करने का अनुमान है। बताते चलें कि निदेशालय में खेल मंत्री रेखा आर्य द्वारा खेल विभाग की समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में खेल मंत्री ने खेल प्रशिक्षकों के मानदेय को बढ़ाने के लिए अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए ।
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खेल विभाग को पर्याप्त एवं अच्छे खेल प्रशिक्षक मिल सकें, इसके लिए विभाग अब खेल प्रशिक्षकों के मानदेय को बढ़ाने की योजना बना रहा है। भारतीय खेल प्राधिकरण में खेल प्रशिक्षक को न्यूनतम 48 हजार रुपये का मानदेय दिया जा रहा है। तथा विभन्न श्रेणियों को उनके हिसाब से मानदेय दिया जाता है। इसी तरह खेल विभाग में भी मानदेय बढ़ाया जाएगा, लेकिन मानदेय के लिए जो अर्हता भारतीय खेल प्राधिकरण की है, वही अर्हता तय होगी। खेल मंत्री रेखा आर्य के अनुसार खेल प्रशिक्षकों को पहाड़ चढ़ाने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए मानदेय का बढ़ाया जाना जरूरी है। गौरतलब है कि राज्य में लगभग 200 खेल प्रशिक्षक संविदा पर कार्य कर रहे हैं। जिनका मानेदय बहुत कम है। वही कुछ खेल प्रशिक्षक पीआरडी जवानों से भी कम मानदेय ले रहे हैं। कम मानदेय की वजह से पर्वतीय जिलों में खेल प्रशिक्षको की काफी समय से कमी है।
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