Priyanka Pandey PHD: मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के चितई क्षेत्र की रहने वाली है प्रियंका, उत्तराखण्ड में महिला उत्पीडन की स्थिति अल्मोड़ा जिले का एक अध्ययन विषय पर पूरा किया अपना शोध कार्य…
Priyanka Pandey PHD
राज्य की होनहार बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। अपनी काबिलियत के दम पर सफलता के ऊंचे ऊंचे मुकाम हासिल करने वाली राज्य की इन प्रतिभावान बेटियों से हम आपको आए दिन रूबरू कराते रहते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने पीएचडी की मानक उपाधि हासिल कर ली है। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले की रहने वाली प्रियंका पांडेय की, जिन्हें कुमाऊं विश्वविद्यालय ने राजनीति विज्ञान विषय में पीएचडी की मानक उपाधि प्रदान की है। प्रियंका की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
यह भी पढ़ें- बधाई: हल्द्वानी के हिमांशु पांडे को MSC भूगोल में मिला गोल्ड मेडल बढ़ाया परिजनों का मान….
Priyanka Pandey Chitai ALmora
देवभूमि दर्शन से खास बातचीत : देवभूमि दर्शन से खास बातचीत में प्रियंका बताती है कि वे मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के चितई क्षेत्र की रहने वाली है। उन्होंने सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा परिसर के राजनीति विज्ञान की पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मीना पथनी के दिशा-निर्देशन में उत्तराखण्ड में महिला उत्पीडन की स्थिति अल्मोड़ा जिले का एक अध्ययन विषय पर अपना शोध कार्य पूरा किया है। बीते रोज कुमाऊं विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उन्हें पीएचडी की मानक उपाधि राज्य के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने प्रदान की। प्रियंका ने अपनी इस अभूतपूर्व उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरूजनों को दिया है। बता दें कि उनके पिता जहां विद्युत विभाग में कार्यरत हैं वहीं उनकी मां एक कुशल गृहिणी हैं।
यह भी पढ़ें- बधाई: ऋषिकेश के गोल्ड मेडलिस्ट डॉ. विक्रम रावत ने उत्तीर्ण की यूजीसी नेट परीक्षा