Ramnagar Tourist bus attack: रामनगर में पर्यटकों की बस पर हमला, पर्यटन सुरक्षा पर खड़े हुए सवाल
Ramnagar Tourist bus attack: देवभूमि उत्तराखंड के नाम को कलंकित करने वाली एक बड़ी खबर राज्य के नैनीताल जिले के रामनगर से सामने आ रही है जहां महाराष्ट्र से आए पर्यटकों की बस पर अज्ञात युवकों ने हमला कर दिया। यह घटना रामनगर डिग्री कॉलेज के पास उस समय हुई, जब पर्यटक जंगल सफारी से लौटकर टेंपो ट्रैवलर में सवार हो रहे थे। अचानक हुए इस हमले में बस के आगे और साइड के शीशे टूट गए, जिससे बस में बैठे पर्यटकों में भय का माहौल बन गया।
Ramnagar Tourist bus attack news today बताया गया है कि पर्यटकों की बस (संख्या DL 01 1948) को डिग्री कॉलेज के पास सड़क किनारे खड़ा किया गया था। उसी दौरान कुछ स्थानीय युवक आपस में किसी बात को लेकर झगड़ रहे थे। देखते ही देखते विवाद बढ़ा और उनमें से कुछ युवकों ने गुस्से में बस के सामने स्कूटी खड़ी कर दी। उसके बाद एक युवक ने क्रिकेट बैट से बस पर हमला कर दिया। हापुड़ के बाबूगढ़ छावनी निवासी बस चालक सुनील कुमार शर्मा ने तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने शाम 7 बजकर 4 मिनट पर पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंची। घटना की गंभीरता को देखते हुए रामनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसएसआई मनोज नयाल ने बताया कि पुलिस ने टेंपो ट्रैवलर चालक की तहरीर पर अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उनकी पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। यह भी पढ़ें- Uttarakhand: उत्तराखंड में बांग्लादेशी महिला पति के साथ गिरफ्तार रुबीना बनी थी रूबी देवी…
Ramnagar nainital latest news today हमले में किसी भी पर्यटक को शारीरिक चोट नहीं पहुंची है, लेकिन इस घटना ने पर्यटकों की सुरक्षा और पुलिस की तत्परता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पर्यटकों ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की, लेकिन बदले में और ज्यादा हिंसा का सामना करना पड़ा। घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। रामनगर की यह घटना न केवल पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा करती है, बल्कि राज्य सरकार के पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों पर भी सवाल खड़े करती है। स्थानीय लोगों ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और पर्यटकों का विश्वास बहाल हो सके। यह भी पढ़ें- Dehradun ISBT Police Daroga रिश्वत कांड: विजिलेंस की छापेमारी में मिला लाखों का कैश
सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।