Dharchula landslide news today: धारचूला-तवाघाट मार्ग बंद: पहाड़ी दरकने से एसएसबी बैरक क्षतिग्रस्त, दो जवान घायल, यात्री फंसे
Dharchula landslide news today: मौसम विभाग के पूर्वानुमान को सही साबित करते हुए जहां इन दिनों उत्तराखण्ड के अधिकांश पर्वतीय जिलों में जमकर बारिश हो रही है वहीं राज्य के सीमांत पिथौरागढ़ जिले में धारचूला-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बार फिर प्रकृति का कहर देखने को मिला है। जहां सोमवार देर रात ऐलागाड़ के पास अचानक पहाड़ी दरक जाने भारी चट्टानें और मलबा सड़क पर आ गिरा। इस हादसे से जहां कैलाश मानसरोवर मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है वहीं भारत-नेपाल को जोड़ने वाले झूलापुल के पास स्थित एसएसबी की बैरक भी क्षतिग्रस्त हो गई है। इतना ही नहीं बैरक में मौजूद दो जवानों के भी गंभीर रूप से घायल होने की खबर है। मार्ग बाधित होने के कारण न केवल पर्यटक परेशान हैं, बल्कि स्थानीय लोगों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तहसील मुख्यालय धारचूला आने-जाने के लिए लोग चट्टानों को पार कर जोखिम उठाकर चलने को मजबूर हैं। कई यात्रियों को बूंदी में ही रुकने की सलाह दी गई है।
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बैरक पर गिरा बोल्डर, जवान घायल Dharchula Tawaghat NH news
बताया गया है कि जिस समय पहाड़ी दरकी उस वक्त एसएसबी की 11वीं वाहिनी के चार जवान—इंचार्ज एएसआई सुरेश चंद, हेड कांस्टेबल शिवाजी कुमार, सिपाही महाजन मोहन रविंदर और अजय कुमार, बैरक में मौजूद ही थे। पहाड़ी से गिरे भारी भरकम बोल्डरों की चपेट में आने से इनमें से दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों में सिपाही महाजन मोहन रविंदर और अजय कुमार शामिल हैं। दोनों जवानों को तत्काल रेस्क्यू कर धारचूला संयुक्त अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार जारी है। हादसे की सूचना मिलते ही एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट जुबैर अंसारी, 11वीं वाहिनी के कमांडेंट अतुल कुमार राय, और डीआईजी सुधांशु नौटियाल ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया और घायलों से मुलाकात की। वहीं, एसडीएम मंजीत सिंह और कोतवाल विजेंद्र शाह ने भी राहत व बचाव कार्यों का जायजा लिया।
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आवाजाही ठप, सैकड़ों यात्री फंसे Dharchula Pithoragarh news today
आपको बता दें कि इस मार्ग के बंद होने से जहां आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालु, स्थानीय निवासी और पर्यटक बीच रास्ते में ही फंस गए वहीं व्यास, दारमा और चौदास घाटियों का शेष दुनिया से संपर्क पूरी तरह कट गया है। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। मार्ग खुलने की उम्मीद में कई लोग घंटों तक अपने वाहनों में बैठे रहे, लेकिन जब राहत कार्य में देरी हुई तो कुछ ने बोल्डरों के बीच से जोखिम उठाकर पैदल ही यात्रा कर घटनास्थल को पार करते हुए दूसरी ओर खड़े वाहनों से गंतव्य की ओर अपनी यात्रा शुरू की। झूलापुल के ठीक ऊपर की पहाड़ी दरकने के कारण भारत-नेपाल के बीच ऐलागाड़ से बड़गांव (नेपाल) की आवाजाही भी रोक दी गई है। सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने पुल को पूरी तरह बंद कर दिया है।
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राहत कार्य जारी, बुधवार तक यातायात बहाल होने की उम्मीद Pithoragarh Dharchula landslide news today
बताते चलें कि घटनास्थल पर हिलवेज कंपनी की ओर से बोल्डर हटाने और सड़क खोलने का कार्य मंगलवार देर रात तक जारी रहा, परंतु खबर लिखे जाने तक मार्ग सुचारू होने की कोई सूचना नहीं मिल पाई है। हालांकि प्रशासन ने आज बुधवार दस बजे तक इस मोटर मार्ग पर यातायात आंशिक रूप से बहाल होने की उम्मीद जताई है। पुलिस और एसएसबी के जवानों ने राहत कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई है और लोगों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। आपको बता दें समूचे पिथौरागढ़ जिले में दो-तीन दिनों से तेज मूसलाधार बारिश हो रही है। जिस कारण जहां नदी नाले उफान पर है वहीं भूस्खलन का भी खतरा बना हुआ है एवं कई अन्य संपर्क मार्गो पर भी यातायात बाधित हो गया है। झूलाघाट-जौलजीबी मार्ग पर भी शिव मंदिर के पास सड़क की दीवार टूटने से भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के सहायक अभियंता दौलत चंद के अनुसार, सड़क चौड़ीकरण का कार्य जारी है और अगले दो-तीन दिन में यातायात सामान्य करने का प्रयास किया जा रहा है।
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