Naveen Kumar Marty Agniveer: शहीद अग्निवीर नवीन कुमार ने महज 25 वर्ष की उम्र में मां भारती की रक्षा करते हुए दिया सर्वोच्च बलिदान….
Naveen Kumar Marty Agniveer: जम्मू-कश्मीर के कारगिल क्षेत्र से समूचे देश के लिए एक बेहद दुखद खबर सामने आ रही है जहां तैनात भारतीय सेना का एक और वीर सपूत ने मां भारती की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। शहीद जवान की पहचान नवीन कुमार के रूप में हुई है। बताया गया है कि वे मूल रूप से देवभूमि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के सुलाह विधानसभा क्षेत्र के थुरल ग्राम पंचायत के हलूं गांव के रहने वाले थे और बतौर अग्निवीर भारतीय सेना की जम्मू कश्मीर राइफल्स में कार्यरत थे। बताया गया है कि महज 25 वर्ष की उम्र देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीद नवीन कारगिल के द्रास सेक्टर में तैनाती के दौरान बीते 20 मई को भूस्खलन की चपेट में आने से वीरगति को प्राप्त हुए हैं। उनकी शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं उनके गृहक्षेत्र के साथ ही समूचे देश में भी शोक की लहर दौड़ गई है। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव पहुंचने की संभावना सेना के अधिकारियों द्वारा जताई गई है।
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शहादत से पहले मां से आखिरी बात
Naveen Kumar Marty Agniveer indian army jammu kashmir बताया गया है कि शहीद नवीन 2 वर्ष पूर्व ही भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और आखिरी बार बीते वर्ष जुलाई 2024 में आखिरी बार छुट्टियों पर अपने घर आए थे। अपनी शहादत से कुछ घंटे पहले ही नवीन ने अपनी मां अयोध्या देवी से फोन पर बात की थी। फोन पर उन्होंने कहा था, “मां, मैं सितंबर में छुट्टी लेकर आऊंगा। मेरे लिए लड़की देख लेना, शादी की तारीख भी पक्की कर लेना। नहीं तो आपको अकेले रहना पड़ेगा।” लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। अब वही मां आंखों में बेटे की तस्वीर लिए, उनके अंतिम दर्शन की प्रतीक्षा कर रही है। बता दें कि एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले शहीद नवीन के पिता, राजमल, खुद भारतीय सेना में हवलदार रहे। कैंसर से जूझते हुए पांच साल पहले उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। इकलौता बेटा भी अब चला गया। बहन शिवानी की शादी हो चुकी है, और घर में अब बुजुर्ग दादा-दादी और एक अकेली मां ही रह गए हैं। शहीद नवीन अपने परिवार के इकलौते सहारे थे और उनकी शहादत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आज हलूं गांव में एक मां की चीखें, गांव की खामोशी और पूरे क्षेत्र का गमगीन सन्नाटा इस हृदयविदारक घटना की दास्तां बयां कर रही है।
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गांव शोक में, बाजार बंद martyr naveen kumar Kangra Himachal Pradesh
बता दें कि शहीद नवीन के गृहक्षेत्र का सबसे निकटतम थुरल बाजार शुक्रवार को बंद रहेगा। स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने एकमत होकर यह निर्णय शहीद को श्रद्धांजलि स्वरूप लिया। आज उनकी पार्थिव देह पालमपुर आर्मी कैंप में रखी जाएगी और कल सुबह सैन्य सम्मान के साथ हलूं गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा। गांव की प्रधान वंदना कुमारी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि नवीन बेहद मिलनसार और सरल स्वभाव का युवक था। कारगिल में तैनात एक अन्य स्थानीय जवान ने ही सबसे पहले गांव में दुखद समाचार भेजा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नवीन की शहादत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “देश ने एक बहादुर सपूत को खो दिया है। उनका बलिदान सदैव स्मरणीय रहेगा। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और परिवार को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करे।”
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