Krishang Joshi NEET TOPPER: NEET-UG 2025 में अल्मोड़ा के कृषांग जोशी की बड़ी उपलब्धि, हासिल की ऑल इंडिया लेवल पर तीसरी रैंक, जताई डाक्टर बनकर पहाड़ में सेवा की इच्छा
Krishang Joshi NEET TOPPER: उत्तराखण्ड के होनहार युवाओं की प्रतिभा एक बार फिर राष्ट्रीय फलक पर चमकी है। जी हां … बीते रोज घोषित हुए नीट-यूजी 2025 परीक्षा के परिणामों में राज्य के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले कृषांग जोशी ने ऑल इंडिया थर्ड रैंक हासिल कर पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है। आपको बता दें कि मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट विकासखण्ड के सुंदरखोला गांव से ताल्लुक रखने वाले कृषांग वर्तमान में हल्द्वानी के नवाबी रोड स्थित खोलिया कंपाउंड में रहते हैं। भले ही उन्होंने अपनी इस उपलब्धि को पुणे में रहकर हासिल किया, लेकिन उनका सपना डॉक्टर बनकर अपने पहाड़ में सेवा देने का है। कृषांग ने यह सिद्ध किया है कि अगर लक्ष्य साफ हो और समर्पण मजबूत, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं।
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बचपन से ही मेधावी रहे कृषांग Krishang Joshi NEET Result 2025
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस अभूतपूर्व उपलब्धि को हासिल कर समूचे देश प्रदेश का मान बढ़ाने वाले कृषांग के पिता कैप्टन मनोज जोशी, जो वर्तमान में मैंगलोर पोर्ट अथॉरिटी कर्नाटक में उप संरक्षक के पद पर तैनात हैं, मीडिया से बातचीत में बताते हैं कि कृषांग शुरू से ही पढ़ाई में तेज रहे हैं। उनकी मां विनीता जोशी गृहिणी हैं। कृषांग की प्रारंभिक शिक्षा नेवी चिल्ड्रंस स्कूल, गोवा में हुई और बाद में एक केंद्र सरकार की योजना के अंतर्गत वह पुणे के महावीर जूनियर कॉलेज में चयनित हुए। बताते चलें कि बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल दर्जे के छात्र रहे कृषांग ने हाईस्कूल की परीक्षा 98% जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा 95% अंकों के साथ उत्तीर्ण की। अब नीट परीक्षा के परिणामों में उन्होंने 720 में से 681 अंक हासिल कर समूचे देश में तीसरी रैंक हासिल की है।
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पढ़ाई से लेकर तैयारी तक, हर कदम पर अनुशासन, महाराष्ट्र से परीक्षा देकर बने स्टेट टॉपर Krishang Joshi NEET TOPPER Maharashtra almora haldwani uttarakhand
इंटरनेट की दुनिया से खुद को दूर रखते हुए कृषांग ने सोशल मीडिया और मनोरंजन से परहेज़ किया और सिर्फ पढ़ाई से संबंधित सामग्री तक खुद को सीमित रखा। उन्होंने हैकाथॉन जैसी राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में टॉप किया, विज्ञान और नवाचार से जुड़ी कई प्रतिस्पर्धाओं में भी सराहनीय प्रदर्शन किया। कृषांग ने NEET-UG की परीक्षा महाराष्ट्र राज्य के अंतर्गत दी, और वहां स्टेट टॉपर भी घोषित हुए। लेकिन उनका दिल आज भी उत्तराखंड की पहाड़ियों में ही है। उनका स्पष्ट कहना है—“अगर डॉक्टर बना, तो अपनी मिट्टी के लिए ही काम करूंगा।” कृषांग की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है।
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