Dharchula Pithoragarh cloud burst: देर रात फटा बादल, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर बुधवार दोपहर बाद चला घटना का पता….
Dharchula Pithoragarh cloud burst उत्तराखण्ड में मौसम का कहर जारी है। मौसम विभाग द्वारा पूर्वानुमान को सही साबित करते हुए जहां राज्य के अधिकांश हिस्सों में तेज मानसूनी बारिश का दौर जारी है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है वहीं सीमांत पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने से भारी तबाही मची हुई है। बताया गया है कि पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील क्षेत्र के तल्ला दारमा घाटी स्थित ग्राम पंचायत उमचिया के पास तीजम गांव में बादल फट गया।
दो पुल बहे, यातायात और बिजली व्यवस्था ध्वस्त, लोगों ने भागकर बचाई जान Dharchula cloudburst news today
अभी तक मिल रही जानकारी के मुताबिक तेजम घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में बादल फटने व तेज बारिश से एकाएक नेहल गाड़ उफान पर आ गई, जिससे क्षेत्र में भारी तबाही हुई है। से जहां पीएमजीएसवाई की सोबला उमचिया मोटर मार्ग पर 2.13 करोड़ रुपये से बना 36 मीटर लंबा मोटर पुल और पीडब्ल्यूडी का तीजम और वतन तोक को जोड़ने वाली लकड़ी पुल बह गया, जिससे यातायात व्यवस्था के साथ ही पैदल आवाजाही भी पूरी तरह बाधित हो गई है।
पुल बहने से क्षेत्रवासियों का तहसील मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह कट गया है। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता अनिल बिष्ट और लक्ष्मी ग्वाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि नेहल गाड़ के उफान पर आने से क्षेत्र के 50 से अधिक परिवार अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थान वाले स्कूल और गोरखा रेजिमेंट के पोस्ट में जाकर अपनी जान बचाई। यह भी पढ़ें- Uttarakhand weather: उत्तराखण्ड में 3 दिन जमकर बरसेगा मानसून भारी बारिश का अलर्ट जारी
ग्रामीणों ने खुद बनाया वीडियो, जिला प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
आपको बता दें कि जलस्तर बढ़ने से नेहल गाड़ का उफान देखकर वहां के लोग अभी भी डरे सहमे हुए हैं। इस घटना में बिष्ट कॉलोनी में भूस्खलन से आठ से अधिक मकान खतरे की जद में आ गए जबकि दो बिजली के खंभे उफनाती गाड़ में बह जाने से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है। घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम जितेंद्र वर्मा ने राजस्व विभाग की टीम को प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का जायजा लेने के लिए तुरंत रवाना होने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
तीजम के ग्रामीणों ने खुद वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालकर जिला प्रशासन को बादल फटने आशंका जताते हुए मदद के लिए गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने की मांग की है। फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन वास्तविक नुकसान का पता राजस्व टीमों की वापसी के बाद ही सामने आ पाएगा। यह भी पढ़ें- Chamoli Cloudburst News: चमोली के नंदप्रयाग क्षेत्र में फटा बादल …