Haridwar roadways bus scooty accident today father died: हरिद्वार में रोडवेज बस ने रौंदी स्कूटी, पिता की मौके पर मौत, बेटी गंभीर रूप से घायल
Haridwar roadways bus scooty accident today father died:उत्तराखंड के हरिद्वार जिले से एक बेहद दुखद एवं हृदयविदारक खबर सामने आ रही है जहां गुरुवार शाम को हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने एक परिवार की खुशियां छीन लीं। बताया गया है कि यह भीषण सड़क हादसा रोड़ीबेलवाला क्षेत्र के आनंदवन समाधि के पास उस समय घटित हुआ जब उत्तराखण्ड रोडवेज की एक बस ने स्कूटी सवार पिता-पुत्री को टक्कर मार दी। इस भीषण हादसे में जहां उनकी स्कूटी के परखच्चे उड़ गए वहीं पिता ने भी मौके पर ही दम तोड दिया गई, जबकि बेटी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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मूल रूप से देहरादून निवासी थे स्कूटी सवार पिता पुत्री haridwar accident news today
पुलिस के अनुसार, अपनी स्कूटी वाहन संख्या यूके-07-बीएन-9296 पर सवार होकर पिता-पुत्री कहीं जा रहे थे, तभी रोड़ीबेलवाला क्षेत्र के आनंदवन समाधि के पास तेज रफ्तार से आ रही उत्तराखंड परिवहन निगम की एक बस ने उनकी स्कूटी पीछे से भीषण टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि 42 वर्षीय आकिर अंसारी की मौके पर ही मौत हो गई। बताया गया है कि मृतक आकिर मूल रूप से राज्य के देहरादून जिले के 107, थर्ड खुड़बुड़ा कामली रोड के रहने वाले थे। इस भयावह हादसे में उनकी 21 वर्षीय बेटी इशिका अंसारी बुरी तरह घायल हो गई। घायल युवती को स्थानीय पुलिस ने तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत अभी भी नाज़ुक बनी हुई है।
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हादसे के बाद आरोपी बस चालक हुआ फरार uttarakhand roadways bus accident haridwar
बताया जा रहा है कि हादसे के बाद बस चालक वाहन को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने रोडवेज बस को कब्जे में लेकर फरार चालक की तलाश की शुरू कर दी है। इस संबंध में शहर कोतवाल रितेश शाह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यह हादसा उत्तराखंड रोडवेज की बस से हुआ है और मामले की जांच जारी है। पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी की जा रही है और मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क पर अक्सर बसें तेज गति से दौड़ती हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से निगरानी के पर्याप्त इंतज़ाम नहीं किए गए हैं। हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और तत्काल मदद पहुंचाने की कोशिश की। इस हादसे ने एक बार फिर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था और सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक बेटी अपने पिता को हमेशा के लिए खो चुकी है, और अब अस्पताल के बिस्तर पर जीवन से संघर्ष कर रही है।
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