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डीडीहाट विधायक बिशन चुफाल बोले चश्मा लगाओं तब दिखेंगे विकास कार्य सुनते रहे अजय टम्टा
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didihat MLA Bishan Chuphal viral video infront of Union Minister MP Ajay Tamta uttarakhand latest news today: डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल का वीडियो वायरल — युवक के सवाल पर बोले, “काम नहीं दिखते तो चश्मा लगाओ, नंबर बढ़ाओ”
didihat MLA Bishan Chuphal viral video infront of Union Minister MP Ajay Tamta uttarakhand latest news today: अब इसे सत्ता की हनक कहें या सुर्खियों में बने रहने का शौक। दरअसल उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट से भाजपा विधायक बिशन सिंह चुफाल एक बार फिर चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे क्षेत्र के विकास कार्यों पर सवाल पूछने वाले एक युवक से तीखी बहस करते नजर आ रहे हैं। यह पूरा वाकया केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्यमंत्री अजय टम्टा की मौजूदगी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान का बताया जा रहा है।
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युवक द्वारा पूछे गए विकास के सवाल पर तैश में आ गए विधायक बिशन चुफाल
आपको बता दें कि वीडियो में स्थानीय युवक योगेश कन्याल विधायक से क्षेत्र में रुके पड़े विकास कार्यों को लेकर सवाल करता दिख रहा है। युवक ने आरोप लगाया कि जीआईसी खेल मैदान के विस्तारीकरण की मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा हुए कई महीने बीत चुके हैं, लेकिन काम आज तक शुरू नहीं हुआ। उसने यह भी कहा कि विधायक चाहें तो यह काम आसानी से हो सकता है, मगर जानबूझकर अनदेखी की जा रही है।
इस पर विधायक चुफाल तैश में आ गए और युवक को जवाब देते हुए बोले — “अगर तुम्हें विकास कार्य नहीं दिखते, तो चश्मा लगाओ… नंबर बढ़ाओ।” युवक ने पलटकर कहा कि “जहां आपकी गाड़ी रोज खड़ी रहती है, वहां सड़क पर बना गड्ढा आपको नहीं दिखता?” इतना कहते ही माहौल गर्मा गया और दोनों के बीच बहस तेज हो गई।
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युवक बोला आपसे नहीं कहें तो मोदी जी से कहें
विधायक ने अपनी बात रखते हुए कहा कि क्षेत्र में सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि “यह विपक्ष का तरीका है — जनता के बीच भ्रम फैलाना और झूठे आरोप लगाना।” युवक ने जवाब में कहा कि वह आज भी अपने गांव पैदल आने-जाने को मजबूर है, क्योंकि सड़कें अधूरी हैं। उसके अनुसार, घोषणाएं तो खूब होती हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आता।
इस पर विधायक ने कहा कि मुझसे मत कहो जिस पर युवक बोला आपसे नहीं कहें तो मोदी जी से कहें, आपको वोट दिया है मोदी जी को नहीं… यह पूरा घटनाक्रम केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा की मौजूदगी में हुआ, जो पास ही बैठे सब कुछ चुपचाप सुनते रहे। विवाद बढ़ता देख भाजपा नेता लोकेश भड़ बीच-बचाव करने पहुंचे और स्थिति को शांत कराने की कोशिश की।
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मीडिया से बातचीत में विधायक ने दी पूरे प्रकरण पर सफाई, कहा विपक्ष का था युवक,
विधायक चुफाल ने बाद में इस विवाद पर सफाई देते मीडिया से बातचीत में बताया कि संबंधित युवक विपक्ष से जुड़ा हुआ है और जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने कहा — “जीआईसी मैदान के विस्तारीकरण की केवल घोषणा हुई है। इसके लिए कार्यदायी संस्था का चयन अभी बाकी है, जो शासन स्तर पर होना है। यह जिम्मेदारी विधायक की नहीं, बल्कि प्रशासन की है।”
वहीं, योगेश कन्याल का कहना है कि उसने सिर्फ क्षेत्र के युवाओं की भावनाओं को आवाज दी है। उनका कहना है कि खेल मैदान का मामला वर्षों से लटका हुआ है और जनप्रतिनिधि इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस पर अलग-अलग राय दे रहे हैं — कुछ विधायक के रवैये को जनता के प्रति असंवेदनशील बता रहे हैं, तो कुछ इसे एक जनप्रतिनिधि और नागरिक के बीच संवाद की सामान्य बहस कह रहे हैं।
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स्वस्थ लोकतंत्र के लिए हानिकारक है जनप्रतिनिधियों का इस तरह का आक्रामक, अमर्यादित एवं अशोभनीय रवैया
हालांकि, देवभूमि दर्शन इस वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि आखिर जनता और जनप्रतिनिधि के बीच संवाद की मर्यादा कहाँ तक जानी चाहिए। क्या चुने हुए जनप्रतिनिधि को इस तरह का आक्रामक रवैया शोभा देता है।
यदि यह मान भी लिया जाए कि युवक विपक्षी दल से ताल्लुक रखता है तब भी क्षेत्र की जनसमस्याओं को उठाने पर एक जनप्रतिनिधि की इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी करना अच्छे लोकतंत्र की साख में बट्टा लगाते हुए ही नजर आती है। लोकतंत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधियों की जनता के प्रति इस तरह की अमर्यादित एवं अशोभनीय भाषा कदापि स्वीकार्य नहीं है क्योंकि चुने हुए जनप्रतिनिधि की जबावदेही पूरे क्षेत्र के लोगों के प्रति है ना कि केवल उन लोगों के प्रति जिन्होंने उन्हें वोट दिया हों।
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