देहरादून: आर्मी चीफ बिपिन रावत 18 मार्च को उत्तराखंंड के दौरे पर रहेंगे। रावत दून में गढ़वाल रायफल के हॉस्टल का शुभारंभ करेंगे। सूचना है की श्रीनगर मेडिकल कॉलेज, देश का दूसरा सबसे बड़ा आर्म्ड मेडिकल कॉलेज बन सकता है। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के आम्र्ड फोर्स कॉलेज बनने से पर्वतीया इलाको की स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार होगा। आप को बता दें कि वर्तमान में देश का एक मात्र एएफएमसी पुणे में संचालित हो रहा है। जिसकी स्थापना 1 मई 1948 में हुई थी।
गढ़वाल रायफल्स के सैनिक, पूर्व सैनिक और शहीदों के बच्चों को अब राजधानी देहरादून में हॉस्टल की सुविधा मिलने जा रही है। एजुकेशन हब के नाम से प्रसिद्ध देहरादून में इस प्रकार हॉस्टल की सुविधा प्रदान करना बहुत सराहनीय कार्य है। लैंसडौन में देहरादून की तरह सुविधाएं नहीं हैं, जिसके लिए देहरादून में हॉस्टल बनना बहुत जरुरी भी था। आपको बताते चले की सहस्त्रधारा रोड स्थित डांडा लखौंड में गढ़वाल रायफल्स वॉर मेमोरियल ब्वायज एंड गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण किया गया है। जिसका शुभारंभ 18 मार्च को थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत करेंगे।
भारत के आर्म्ड फोर्सेज में गढ़वाल राइफल अपनी अलग धाक और शान रखता है, गढ़वाल रेजीमेंटल सेंटर लैंसडौन में 1980 से ही सेवारत, सेवानिवृत्त जवान और शहीदों के बच्चों के लिए हॉस्टल की सुविधा प्रदान करता आ रहा है। गत वर्ष भी सरकार ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को सेना को सौंपे जाने की कवायद की थी। उस समय सेना की मेडिकल कोर की टीम ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज का जायजा भी लिया। लेकिन अंत में सेना ने इसे लेने से मना कर दिया था। सितंबर, 2011 में उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने यहां हॉस्टल का शिलान्यास किया था। लेकिन, आर्थिक संसाधन जुटाने में ही लंबा वक्त गुजर गया। आखिरकार छात्रावास का निर्माण पूरा हो गया है। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को एएफएमसी में तब्दील करने से राज्य के युवाओं को क्या सुविधाएं होंगी उसका आकलन तो बाद में ही होगा इस कार्य से प्रदेश और गढ़वाल राइफल का नाम पुरे भारत में विख्यात होगा।