कुमकुम जोशी बायीं ओर से , दायीं ओर बहन रितिका जोशी (गोल्ड मेडलिस्ट)
जहाँ एक ओर संघ लोक सेवा आयोग कि परीक्षा में उत्तराखंड के कई युवाओ ने अपना परचम लहराया है वही पीसीएस लोअर की परीक्षा में बागेश्वर जिले कि कुमकुम जोशी ने टॉप कर अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। कुमकुम कहती है कि अब उनका लक्ष्य आइएएस बनना है, जिसके लिए वो कड़ी मेहनत करेंगी। बताते चले कि कुमकुम कि प्रारभिंक शिक्षा बागेश्वर से ही हुई है, उन्होंने दसवीं जीजीआइसी बागेश्वर और इंटरमीडिएट विवेकानंद विद्या मंदिर बागेश्वर से की है। इसके बाद उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय से बीएससी की। वर्तमान में वह टाटा इंस्टीट्यूट चेन्नई से एमएसडब्ल्यू करने के बाद आइएएस की तैयारी कर रही हैं। कुमकुम के पिता महेश जोशी जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक हैं, जबकि मां ग्रहणी हैं। कुमकुम की बहन भी बेहद टैलेंटेड हैं। कुमकुम कि बहन रितिका जोशी कुमाऊं विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडलिस्ट हैं और वर्तमान में शोध कर रही हैं।
बता दे कि पीसीएस लोअर में उत्तराखंड टॉप करने वाली कुमकुम जोशी मूल रूप से बागेश्वर जिले के नुमाइशखेत की रहने वाली हैं। वर्तमान में वे अपने भाई-बहन के साथ नैनीताल में रहती हैं, माता पिता से दूर रहने के बाद भी उन्होंने सिर्फ अपने लक्ष्य पर ही ध्यान केंद्रित किया और अपनी लगन से पीसीएस लोअर परीक्षा टॉप किया । कुमकुम कहती है कि माता-पिता से दूर रहकर तीनों बहन भाई अपने जीवन के लक्ष्य के लिए परिश्रम कर रहे हैं। एक बेटी होने के नाते वह इतना जरूर कहना चाहती हैं कि समाज व देश की तरक्की के लिए बेटा व बेटी को समान समझा जाना चाहिए। इसके साथ ही ओ कहती है कि ये उनका सौभाग्य है कि उनका जन्म ऐसे परिवार में हुआ जहाँ बेटा- बेटी का भेद नहीं किया जाता है।