देवभूमि उत्तराखंड के वाशिंदों के लिए अब यहां के जानवर एक बड़ी चुनौती बन चुके हैं। राज्य में खेती के दुश्मन बन चुके इन जानवरों का शिकार अब उत्तराखण्ड के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग बन रहें हैं। अभी तक राज्य के लोग अपनी फसलों को जानवरों से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करते थे, अधिकांश लोगों ने तो इस नुकसान से परेशान होकर खेती करना ही छोड़ दिया। जगह-जगह दिखाई देते बंजर खेत इसका प्रमाण है। परन्तु अब राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को खुद के साथ-साथ अपने परिवार के सदस्यों के प्राणों को इन जानवरों से बचाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। जो कि चिंता का विषय है। अब यह कहना ग़लत नहीं होगा कि राज्य में पलायन का प्रमुख कारण लोगों को परेशान करने वाले यह जानवर है। जानवरों के ग्रामीणों पर हमला करने की एक ऐसी ही घटना राज्य के चमोली जिले से सामने आ रही है। जहां आज सुबह घर के पालतू पशुओं के लिए चारा लेने के लिए जंगल गई एक महिला पर भालू ने अचानक हमला कर दिया। भालू के द्वारा किए गए हमले से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है। जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
प्राप्य जानकारी के अनुसार राज्य के चमोली जिले के दशोली विकासखंड के मंडल गांव निवासी एक महिला माहेश्वरी देवी पत्नी इंद्र सिंह बिष्ट आज सुबह अपने पालतू पशुओं के लिए चारा लेने गांव के पास के ही एक जंगल में गई थी। अभी वह जंगल पहुंचकर चारा एकत्रित करना शुरू ही कर रही थी कि पास की ही एक झाड़ी में पहले से घात लगाकर छिपे हुए एक भालू ने माहेश्वरी पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से पहले तो माहेश्वरी घबरा गई परंतु फिर उसने चिल्लाना शुरू कर दिया। महिला की चीख-पुकार सुनकर गांव के अन्य लोग, जो जंगल में ही मौजूद थे, महिला को बचाने के लिए दौड़कर आने लगे। जिससे भालू उनके पांवों की आहट सुनकर माहेश्वरी को घायलावस्था में छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। ग्रामीणों ने गम्भीर रूप से घायल माहेश्वरी को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां माहेश्वरी का इलाज चल रहा है। ग्रामीणों के अनुसार महिला के चेहरे, गले एवं शरीर के अन्य हिस्सों में गम्भीर चोटें आई हैं।