Uttarakhand: चमोली (Chamoli) में आई आपदा (Disaster) ने छीन ली कई परिवारों की खुशियां, गर्भवती पत्नी की देखभाल को घर आने वाला था हरपाल..
7 फरवरी को राज्य (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) जिले में आई जल त्रासदी ने न जाने कितने ही घरों को उजाड़ कर रख दिया है। जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं वैसे-वैसे आपदा में मृत लोगों की संख्या में भी इजाफा होते जा रहा है। राज्य के आपदाग्रस्त चमोली जिले के नारायणबगड़ ब्लाक के रहने वाला हरपाल को भी इस आपदा ने काल का ग्रास बना लिया। चंद घंटों की इस जल प्रलय ने मृतक हरपाल के परिवार की खुशियों को पूरी तरह छीन लिया। बताया गया है कि हरपाल की पत्नी गर्भवती हैं। हरपाल जल्द ही पत्नी की देखभाल करने के लिए घर आने वाला था परंतु इससे पहले ही चमोली में आई इस आपदा (Disaster) में वह भी मौत के मुंह में समा गया। बता दें कि हरपाल आपदा के बाद से लापता था, परिजन उसकी तलाश के लिए दर-दर गुहार लगा रहे थे। उन्हें अभी भी हरपाल के सकुशल वापसी की उम्मीद थी लेकिन रविवार को राहत एवं बचाव दलों को हरपाल का शव मिलने की खबर से परिवार में कोहराम मच गया।
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हरपाल की मौत की खबर से बूढे माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल, बेसुध गर्भवती पत्नी की आंखों से नहीं थम रहें आंसू:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के चमोली जिले के नारायणबगड़ ब्लाक के रतनी गांव निवासी हरपाल सिंह पुत्र बलवंत सिंह ऋषि गंगा हाइड्रो प्रोजेक्ट में काम करते थे। रविवार 7 फरवरी को आपदा के समय भी वह परियोजना में काम कर रहे थे। उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला। हरपाल लापता लोगों की सूची में शामिल थे। राहत एवं बचाव दलों के साथ ही परिजन भी अपने स्तर पर उनकी तलाश में जुटे हुए थे। बीते रविवार को रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही टीमों को हरपाल का शव मिला। यह दुखद खबर जैसे ही परिजनों को मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। खबर मिलने के बाद से ही जहां मृतक हरपाल के बुजुर्ग माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं गर्भवती पत्नी बार-बार बेसुध हो रही है और उसकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आस-पड़ोस के ग्रामीण मृतक हरपाल के परिजनों को सांत्वना तो दे रहे हैं परन्तु हरपाल के बच्चे का मासूम चेहरा देखकर वह भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहे हैं।
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