Chamoli: लापता लोगों में शामिल हैं इंजीनियर अभिषेक पंत, तपोवन में निर्माणाधीन परियोजना (Tapovan Project) की लाइट में फाल्ट आने पर गया था सुरंग के अंदर..
बीते रविवार को चमोली (Chamoli) जिले के तपोवन क्षेत्र में आई जलप्रलय ने न जाने कितने ही लोगों और जानवरों को अपने आगोश में ले लिया, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जहां इस त्रासदी में 204 लोगों के सैलाब के साथ बह जाने की आंशका जताई गई है, जिसमें से 41 लोगों के शव अभी तक बरामद हो चुके है। वहीं करीब 163 परिवार अभी भी अपने परिजनों की सलामती की दुआ कर रहे हैं। जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं वैसे-वैसे जहां देश-दुनिया के अन्य लोगों के जेहन में चमोली आपदा की यादें धूमिल पड़ती जा रही है वहीं लापता लोगों की सकुशल वापसी की परिजनों की उम्मीदें भी अब टूटने लगी है। हालांकि अभी भी परिजनों ने किसी चमत्कार की आशा नहीं छोड़ी है। जिले के आपदाग्रस्त तपोवन क्षेत्र का अभिषेक पंत भी उन्हीं लोगों में से एक है जो आपदा के बाद से लापता है। बताया गया है कि अभिषेक एक इलेक्ट्रिक इंजीनियर था। जो बीते तीन साल से तपोवन परियोजना (Tapovan Project) में काम कर रहा था। ऋषिगंगा में आए भयंकर जनसैलाब के बाद से जहां उसका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है वहीं जवान बेटे के त्रासदी में लापता होने की खबर सुनने के बाद से ही उसकी मां पीतांबरी देवी बेसुध हालत में रह-रहकर अभिषेक की सलामती की दुआ कर रही है। आज एक हफ्ते बाद भी अभिषेक की बूढ़ी मां अपने जिगर के टुकड़े को देखने के लिए बेताब हैं।
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अप्रैल माह में होने वाली थी अभिषेक की सगाई, बेटे के लापता होने की खबर सुनने के बाद से बदहवास हैं अभिषेक की मां, रह-रहकर मांग रही बेटे की सलामती की दुआ:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के चमोली जिले के आपदाग्रस्त तपोवन क्षेत्र में रहने वाले ऋषि प्रसाद के घर पर इन दिनों गमहीन माहौल है और ऐसा हो भी क्यों ना, परिवार का 24 वर्षीय बेटा अभिषेक बीते एक हफ्ते से लापता है। एक ओर ऋषि प्रसाद की पत्नी पीतांबरी देवी बदहवास हालत में रह-रहकर अभिषेक की सलामती की दुआ कर रही है तो दूसरी ओर अन्य परिजन भी गुमसुम है। अभिषेक की बहन पूजा दिन-भर सुरंग के पास बैठकर भाई की खोज-खबर आने का इंतजार करती है परन्तु रोज शाम को उसे मायूस होकर घर वापस लौटना पड़ रहा है। परिजनों के मुताबिक अभिषेक एक इलेक्ट्रिक इंजीनियर था, रविवार को उसकी छुट्टी रहती थीं, परन्तु बीते रविवार को करीब साढ़े नौ बजे उसे टनल से किसी अधिकारी का फोन आया कि वहां लाइट में फाल्ट आ गया है। सूचना मिलने के बाद अभिषेक टनल के अंदर चला गया। बस! तब से उसका कुछ पता नहीं है। बताया गया है कि जिस समय अभिषेक को लाइट में फाल्ट आने की सूचना मिली उस समय वह अपने दोस्तों के साथ ढाक गांव में क्रिकेट खेलने जा रहा था। सुरंग में जाते समय उसने अपने दोस्तों से कहा था कि “मैं फॉल्ट देखकर पांच मिनट में आता हूं, तब क्रिकेट खेलने चलते हैं।” बताते चलें कि अभिषेक की अप्रैल माह में सगाई होने वाली थी। आपदा के बाद से जहां अभिषेक के परिजन अपने जिगर के टुकड़े को देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे वहीं आज एक हफ्ता बीत जाने के बाद उनके चेहरे पर नाउम्मीदी और मायूसी की रेखाएं नजर आने लगी है।
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