Chamoli Tragedy: एक हफ्ते बाद तपोवन (Tapowan) में सुरंग (Tunnel) से बरामद हुए दो लोगों के शव, अभी भी लापता हैं 164 लोग..
बीते रविवार को चमोली जिले के रैंणी गांव, तपोवन एवं जोशीमठ में आई आपदा (Chamoli Tragedy) को एक हफ्ता पूरा हो गया है। बावजूद इसके अभी भी 164 लोग लापता हैं। तपोवन (Tapowan) में दूसरी सुरंग (Tunnel) के भीतर फंसे 30-35 लोगों की भी अभी तक कोई खबर नहीं मिली है। हालांकि समय बीतने के साथ अब उनके जीवित बचे होने की उम्मीद बहुत कम है क्योंकि सुरंग के भीतर से लगातार पानी और मलबा निकल रहा है। राहत एवं बचाव दलों द्वारा अभी तक सुरंग को 136 मीटर तक साफ किया जा सका है। बताया जा रहा है कि जिस जगह पर लोगों के फंसे होने की संभावना है वहां तक पहुंचने के लिए अभी 44 मीटर और सुरंग को साफ किया जाना शेष है। इस बीच आपदा के आठवें दिन आज रविवार सुबह सुरंग से दो और व्यक्तियों के शव बरामद हुए। दोनों शवों की शिनाख्त भी हो गई है। इस संबंध में राज्य के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन में मुख्य सुरंग के किनारे से रविवार सुबह दो शव बरामद हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पहला शव सुबह करीब पांच बजे जबकि दूसरा शव छः बजे मिला है। इसके साथ ही बचाव एवं राहत दल को अब तक 40 शव मिल चुके हैं जिनमें से केवल 15 लोगों की ही शिनाख्त हो पाई है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार चमोली जिले के आपदाग्रस्त तपोवन में आज रविवार को सुरंग के किनारे से दो शव बचाव एवं राहत दल को बरामद हुए हैं। इन शवों की पहचान टिहरी गढ़वाल जिले के लोयल डोगी निवासी 45 वर्षीय, आलम सिंह पुत्र सुंदर सिंह तथा देहरादून जिले के कालसी क्षेत्र के ददोली समल्टा निवासी 30 वर्षीय अनिल पुत्र भगतू के रूप में हुई है। गौरतलब है कि बीते रविवार को चमोली जिले के रैंणी गांव क्षेत्र में एकाएक ऋषिगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया था। नदी के इस भयंकर सैलाब ने 200 से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया था। रविवार दोपहर से ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, सेना एवं वायुसेना द्वारा लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लापता लोगों की खोजबीन की जा रही है। आईटीबीपी के जवानों ने एक सुरंग से 12 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया था जबकि दूसरी सुरंग में अभी भी 33 लोगों के फंसे होने की संभावना है। बचाव दलों का अनुमान है कि आज शाम तक उन तक पहुंच सकते हैं।