क्रिकेटर युवराज सिंह उत्तराखंड पहुंचे और पहाड़ी गीतों पर झूमे
एन एस दानू – देहरादून : क्रिकेटर युवराज सिंह रविवार को उत्तरकाशी जिले के पुरोला क्षेत्र पहुंचे। यहां स्पोटर्स प्रीमियर लीग के लिए युवराज के मित्र अंकित रावत ने उन्हें आमंत्रित किया था। लीग मे 25 खिलाड़ियों का चयन किया जाना है। चयनित खिलाड़ियों को स्पोटर्स एकडमी दिल्ली में प्रशिक्षण दिया जाएगा। रविवार को 11 बजे हेलीकॉप्टर से युवराज सिंह पुरोला पहुंचे।उत्तरकाशी तहसील पुरोला क्षेत्र में कमल नदी के तट पर स्थित स्टेडियम में दो सप्ताह से चल रहे स्पोटर्स प्रीमियर लीग (एसपीएल) के समापन समारोह में क्रिकेटर युवराज सिंह पहुंचे। यहां उन्होंने विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करने के साथ ही अपने जीवन से जुड़ी कई बाते खिलाड़ियों के साथ साझा की, जिससे युवाओं का मनोबल बढ़े और क्षेत्रीय युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
खिलाड़ियों का जोश बढ़ाते हुए युवराज सिंह ने कहा कि उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। बस उन्हें एक मंच की जरूरत है। कहा कि देश के लिए खेल रहे अधिकांश खिलाड़ी मध्य वर्गीय परिवार के ही है, लेकिन खेलने के लिए उनकी ललक और जोश ने ही उन्हें उनके मंजिल तक पहुंचाया है। युवराज के स्वागत में रवाईं, जौनसारी और हिमाचली टीम के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यहां उन्होंने पहाड़ी लोकगीतों पर जमकर ठुमके लगाए। मंच पर युवराज जमकर थिरकते नजर आए , जिस से लोग भी काफी उत्साहित हो गए। उनके प्रशंसक उनके साथ सेल्फी लेने के लिए बहुत उत्साहित नजर आ रहे थे।
युवराज ने कहा में आम इंसान हूं: क्रिकेटर युवराज सिंह ने पुरोला में इंसानियत का पाठ पढ़ाते हुए कहा में भी आप की तरह आम इंसान हूं। कोई भी छोटा बड़ा नहीं होता है। युवराज सिंह ने कहा कि मुझे इस कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाया गया है। लेकिन, मैं भी आम लोगों की तरह हूं। हर व्यक्ति पहले इंसान है। मेरे सबसे पहले कोच मेरे पिता थे और बाद में उन्होंने बिशन सिंह बेदी की देखरेख में भी अभ्यास किया। तब बेदी ने उनसे कहा था कि आप अच्छा क्रिकेटर बनना चाहते हो या अच्छा इंसान। तो मैंने उनसे अच्छा इंसान बनने की बात कही थी। अच्छा इंसान बनना आदमी के जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य होना चाहिए। आदमी अच्छा इंसान तब बनता है जब वह औरत की इज्जत करना सीखता है। इसलिए सभी महिलाओं की इज्जत और सम्मान करें। उनकी इन बातो से उनके प्रशंसक काफी खुश हुए और नए उभरते हुए खिलाड़ियों का मनोबल भी बड़ा।