राज्य में रफ्तार का कहर रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इन सड़क दुर्घटनाओं ने राज्य में कैसा कोहराम मचा रखा है यह बताने कि जरूरत नहीं है क्योंकि इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हमें लगभग रोज ही सड़क दुघर्टनाओं की ऐसी दर्दनाक खबरें सुनने में आती रहती है। ऐसी ही एक दर्दनाक दुर्घटना की खबर राज्य के चमोली जिले से आ रही है। जहां आज सुबह 10 बजे करीब मजदूरो को लेकर जा रहे एक ट्रैक्टर-ट्राले के खाई में गिर जाने से उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ट्राले में सवार अन्य आठ लोग बुरी तरह घायल हो गए। गम्भीर रूप से घायल सभी आठ लोगों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। खाई गहरी होने के कारण शवों को बाहर निकालना पुलिस के लिए चुनौती भरा रहा। फिसलन भरी खाई से घायलों को बाहर निकालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसमें तीन घंटे से ज्यादा का वक्त लगा। अभी तक दुर्घटना का कारण ट्राले का अनियंत्रित होना बताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चमोली जिले में पोखरी-वल्ली-हरिशंकर-रौता सड़क पर एक ट्रैक्टर-ट्राला मजदूरों को लेकर पोखरी से रौता गांव की ओर जा रहा था। वाहन में ग्यारह मजदूर सवार थे। जैसे ही ट्राला गनियालाधार के पास पहुचा तो अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर-ट्राला करीब 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। जिससे ट्राले में सवार तीन लोगों ने मौके पर ही दम तोड दिया जबकि अन्य आठ मजदूर भी बुरी तरह घायल हो गए। मृतकों में इंद्र बहादुर बोरा पुत्र मान बहादुर ग्राम-लम्सुख दल्लु जिला-देलेख नेपाल, धरमवीर पुत्र प्रेम सिंह ग्राम-नसवाला पोस्ट-बड़ापुर बिजनौर और गीता देवी पत्नी चंद्र बहादुर ग्राम-दुंगेश्वर जिला देलेक अंचल भेरी , नेपाल शामिल है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों और पुलिस के जवानों ने घायलों को खाई से रेस्क्यू कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोखरी पहुंचाया। जहां से उन सभी को प्राथमिक उपचार के बाद बेस अस्पताल श्रीनगर के लिए रेफर कर दिया गया है। दुर्घटना का शिकार हुए ट्रेक्टर-ट्राले में सवार सभी लोग नेपाल मूल के बताए गए हैं।