फिल्म 72 आवर्स के निर्माता और अभिनेता अविनाश ध्यानी पहुंचे अपनी जन्मभूमि उत्तराखण्ड ,पहाड़ी में की बात
कर्नल अजय कोठियाल के यूथ फाउंडेशन मे पहुंचे : अभिनेता ध्यानी इसके बाद कर्नल अजय कोठियाल के यूथ फाउंडेशन में भी पहुंचे। जहां उनका स्वागत यूथ फाउंडेशन में सेना भर्ती के लिए ट्रेनिंग ले रहे युवाओं ने प्रसिद्ध पहाड़ी गीत ‘बेडू पाको बारमासा’ पर सैनिक नृत्य की सुन्दर प्रस्तुति से अनोखे अंदाज में किया। बता दें कि इस बार अभिनेता अविनाश ध्यानी देवभूमि में अकेले नहीं आए थे बल्कि गढ़वाल रायफल के अमर शहीद रायफलमैन जसवंत सिंह रावत की वीरगाथा पर बनी फिल्म की पूरी टीम गढ़वाल सभा के आमंत्रण पर कोटद्वार में पहुंचीं थी। उन्होंने यूथ फाउंडेशन के ट्रेनिंग कैंप में ट्रेनिंग ले रहे युवाओं को गढ़वाल राइफल के जांबाज राइफलमैन शहीद जसवंत सिंह रावत की वीरता की कहानी सुनाई, और युवाओं से शहीद जसवंत सिंह रावत के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की।
उन्होंने कहा कि हमें अपने पहाड़ी होने पर गर्व होना चाहिए, और मैं हमेशा इस बात पर फक्र महसूस करता हूं। युवाओं को अपनी फिल्म 72 आवर्स के बारे में बताते हुए कहा कि यह देश की अभी तक की एकमात्र ऐसी हिन्दी फिल्म है जिसके 95 प्रतिशत कलाकार पहाड़ी है और उत्तराखंड से है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह आगे भी ऐसी फिल्में बनाते रहेंगे, जिससे देवभूमि उत्तराखंड का नाम रोशन होता हो। गुरुवार को कोटद्वार पहुंचे अविनाश ध्यानी ने अपनी मातृभाषा गढ़वाली में भी बात की। बात करते हुए उन्होंने गढ़वाली में कहा कि मि पहाड़ क छ्यू। आप सब मेरे अपने पहाड़ के लोग हैं। उन्होंने कहा कि अपने घर में पहुंचकर बड़ा अच्छा लगता है। और इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे यहां आज गढ़वाल सभा के खास निमंत्रण पर आए हैं।