हल्द्वानी : प्रेमी ने ब्लॉक किया वाट्सएप नंबर तो प्रेमिका ने खुदखुशी कर अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर दी
आज के बच्चे अपने माता पिता के बारे में ना सोचते हुए कोई भी गलत कदम उठा लेते है और कुछ तो अपनी जीवन लीला ही ख़त्म कर देते है। मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट निवासी छात्रा अपनी दीदी व भाई के साथ पिछले महीने ही दमुवाढूंगा में किराये पर रहने आई थी। गंणाईगंगोली तहसील के एक गांव में रहने वाली छात्रा और उसके छोटे भाई ने इसी साल 12वीं की परीक्षा पास की थी। जबकि उनकी बड़ी बहन ने बीए पास किया था।
तीनों भाई-बहन 27 जून को आगे की पढ़ाई के लिए हल्द्वानी आए और दमुवाढूंगा में मकान किराये पर लिया। कुछ दिन पहले ही छात्रा ने बीएससी फर्स्ट ईयर में प्रवेश लिया था। जबकि एमबीपीजी कॉलेज में प्रवेश ले रहे छोटे भाई की बीएससी की मेरिट लिस्ट जारी होनी थी। शुक्रवार सुबह छात्रा घर पर अकेले थी। जबकि उसकी दोनों बड़ी बहनें व छोटा भाई एमबीपीजी कॉलेज गए थे। दोपहर वे वापस लौटे तो कमरे में दुपट्टे के सहारे पंखे से छात्रा लटकी दिखी। जान बचने की आस पर उन्होंने दुपट्टा काटकर 108 एंबुलेंस को सूचित किया।
शुक्रवार सुबह छात्रा घर पर अकेले थी। जबकि उसकी दोनों बड़ी बहनें व छोटा भाई एमबीपीजी कॉलेज गए थे। दोपहर वे वापस लौटे तो कमरे में दुपट्टे के सहारे पंखे से छात्रा लटकी दिखी। जान बचने की आस पर उन्होंने दुपट्टा काटकर 108 एंबुलेंस को सूचित किया।
रोमन इंग्लिश में सुसाइड नोट छोड़ा: छात्रा ने सुसाइड से पहले रोमन इंग्लिश में सुसाइड नोट छोड़ा है सॉरी पापा मैं आपकी अच्छी बेटी नहीं बन पाई, और मम्मी को भी सारी मम्मी मैं अभी अच्छी बेटी नहीं बन पाई, मैं अजय से बहुत प्यार करती थी पर अब नहीं, ये मेरा नंबर ब्लाक लिस्ट में डाल देता है, मुझ से कोई रिलेशन नहीं रखता।क्यों किया इसने ये सब, अगर प्यार नहीं करता था तो सब करके क्या मिला अजय को। अगर प्यार नहीं करता था तो मुझ से कोई लिंक नहीं रखता, क्यों मुझे ब्लैकमेल करता कि तेरे घर कॉल कर दूंगा।
