Uttarakhand: शहीद राहुल रैंसवाल (Martyr Rahul Rainswal) की वीरांगना पत्नी को सरकारी नौकरी देगी राज्य सरकार, शासनादेश जारी..
मां भारती की रक्षा करते हुए बार्डर पर अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले देश के वीर सपूत शहीद राहुल रैंसवाल की वीरांगना को उत्तराखंड सरकार जल्द ही सरकारी नौकरी देने जा रही है। राज्य सरकार ने शहीद राहुल रैंसवाल की वीरांगना पिंकी को सरकारी नौकरी देने के संबंध में एक शासनादेश भी जिला प्रशासन को भेज दिया है। बता दें कि आतंकियों से मुठभेड़ में राहुल की शहादत के बाद क्षेत्रवासियों की मांग पर राज्य के शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री अरविंद पांडेय ने परिजनों को शहीद की वीरांगना को सरकारी नौकरी देने और जीआईसी चम्पावत का नाम शहीद के नाम पर रखने आदि का आश्वासन दिया था। बता दें कि राहुल की शहादत के एक माह बाद ही शिक्षा मंत्री के आदेश पर सरकार द्वारा शासनादेश जारी कर जीआईसी चम्पावत का नाम शहीद राहुल रैंसवाल राजकीय इंटर कॉलेज चम्पावत कर दिया था। अब राज्य सरकार का एक और फैसला शिक्षा मंत्री द्वारा परिजनों को दिए गए आश्वासन की दिशा में सराहनीय कदम है। सरकार के इस फैसले से जहां शहीद राहुल के परिजन खुश हैं वहीं अन्य लोगों ने भी सरकार के इस फैसले की जमकर तारीफ की है।
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प्रशासन स्तर पर गतिमान है शहीद राहुल की पत्नी को नौकरी देने की प्रक्रिया, पूरी होने के बाद जिला कलेक्ट्रेट में नौकरी:-
बता दें कि मूल रूप से राज्य के चम्पावत जिले के तल्लादेश के रियासीबमन गांव निवासी एवं वर्तमान में जिले के कनलगाव निवासी 26 वर्षीय युवा सिपाही राहुल सिंह रैंसवाल बीते 21 जनवरी को आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए जम्मू कश्मीर के अवंतीपोरा में शहीद हो गए थे। शहीद राहुल भारतीय सेना की 18 कुमाऊं रेजिमेंट में तैनात थे परन्तु शहादत के समय उनकी पोस्टिंग 50 आरआर में थी। अब सरकार शहीद की वीरांगना पिंकी को सरकारी नौकरी देने जा रही है। इस सम्बन्ध में शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। इस संदर्भ में चम्पावत के एडीएम टीएस मर्तोलिया ने का कहना है कि राज्य सरकार का शहीद की वीरांगना को सेवायोजित करने संबंधी आदेश मिल चुका है। शहीद की वीरांगना पिंकी को नौकरी देने की कार्यवाही प्रशासन स्तर पर गतिमान है। जल्द ही पिंकी को जिला कलक्ट्रेट अधिष्ठान में ही उनकी शैक्षिक योग्यता के आधार पर तैनाती दे दी जाएगी। सरकार के इस आदेश से शहीद के पिता वीरेंद्र रैंसवाल, भाई राजेंद्र सिंह रैंसवाल समेत अन्य परिजनों काफी खुश है।
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