Happy Harela Festival Wishes Hindi 2025 |हरेला पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं| फोटो | शायरी
हरेला पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं(Harela wishes 2025)
1- जी रया ,जागि रया , यो दिन बार, भेटने रया, दुबक जस जड़ हैजो, पात जस पौल हैजो, स्यालक जस त्राण हैजो, हिमालय में ह्यू छन तक, गंगा में पाणी छन तक, हरेला त्यार मानते रया, जी रया जागि रया। हरेला पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।(Harela festival wishes 2025)
2. “हरे भरे हरेला के दिन आए,
मन में उमंग, खेतों में बहार लाए।
हरियाली रहे जीवन में सदा,
यही दुआ है, यही संदेश हमारा बना।”
3. “हरेला पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं!
प्रकृति से प्रेम और हरियाली का संदेश लिए,
आओ मिलकर मनाएं लोकसंस्कृति का ये पर्व हरेला!”
4. “हरेला की हरियाली आपके जीवन को खुशियों से भर दे।
प्रकृति का ये पर्व लाए सुख, समृद्धि और संतुलन!”
5. “हरी भरी धरती, हरियाली का त्योहार,
हरेला लाए खुशियों की बहार!”
हरेला पर्व की मंगलकामनाएं!”
हरेला इंस्टाग्राम कैप्शन(Harela Insta Quotes)
“हमारे पहाड़ों की शान, हमारी संस्कृति की जान — हरेला।”
“धरती हरी रहे, जीवन भरा रहे — हरेला की शुभकामनाएं।”
जी रया ,जागि रया , यो दिन बार, भेटने रया, हरेला की शुभकामनाएं
हरेला बोले तो उत्तराखंड बोले — संस्कृति में सजीव पर्व
हरेला पर शायरी(Harela shayari Hindi)
1. “हरेली हरियाली का संदेश लाया है,
धरती ने फिर से हर रंग सजाया है।
प्रकृति के प्रेम का उत्सव है ये,
हरेला हमें संस्कृति का मान दिलाया है।”
2. “पेड़ों की छांव हो, हरियाली का साथ हो,
हरेला के दिन हर घर में सौगात हो।
पर्यावरण से प्यार का ये त्योहार है,
उमंग, उल्लास और संस्कारों का उपहार है।”
3. “हरी-भरी वादियों में उठे हरियाली की बात,
हरेला पर्व पर हो जीवन में नई सौगात।
संस्कृति से जुड़ो, प्रकृति को अपनाओ,
हरेला के बहाने कुछ पेड़ भी लगाओ।”
4. “धरती की गोद हरी हो जाए,
मन में फिर से उम्मीद जाग जाए।
सावन संग जब हरेला आए,
जीवन में नई बहार ले आए।”
हरेला पर्व के फोटो (Harela wishes photo)
हरेला पर्व किस राज्य में मनाया जाता हैं? (Harela festival Celebrated in which state)
हरेला उत्तराखण्ड की मिट्टी से जुड़ा हरियाली और आस्था का त्योहार है। उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक धरोहरों में अगर किसी पर्व का सबसे गहरा नाता प्रकृति और पर्यावरण से है, तो वह हरेला है। यह न केवल हरियाली का प्रतीक है, बल्कि कृषि संस्कृति, लोक परंपरा और धार्मिक विश्वासों का संगम भी है। विशेषकर कुमाऊं और गढ़वाल के ग्रामीण इलाकों में हरेला पर्व का इंतजार एक उत्सव की तरह किया जाता है।
यह भी पढ़ें- Uttarakhand: व्यापक रूप से मनेगा लोकपर्व हरेला, लगाए जाएंगे 5 लाख पौधे harela
क्या है हरेला ? What is Harela Festival
हरेला का अर्थ होता है — ‘हरियाली’। यह पर्व हर साल सावन महीने की शुरुआत में (श्रावण संक्रांति को) मनाया जाता है। हरेला दरअसल प्रकृति, खेती-बाड़ी, और हरित वातावरण का स्वागत है। यह त्योहार वर्षा ऋतु के आगमन और नई फसल के रोपण की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। जहां पहले हरेला केवल कृषि समाज का त्योहार माना जाता था, वहीं आज शहरी परिवेश में भी लोग इसे पूरे उत्साह से मना रहे हैं। पर्व ने अब सामाजिक सौहार्द, प्रकृति प्रेम और सांस्कृतिक एकता का रूप ले लिया है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड में कब बोया जाएगा हरेला और कब काटा जाएगा??? जानें हरेला बोने की विधि
हरेला त्यौहार मानाने का तरीका (How to Celebrate Harela)
कुमाऊं और गढ़वाल में लोग घरों में 10 दिन पहले से गेंहूं, मक्का, जौ आदि के बीज बोते हैं। इन्हें छोटे-छोटे पात्रों में मिट्टी डालकर उगाया जाता है, जिन्हें हरेला बोना कहते हैं। दसवें दिन जब ये अंकुरित हो जाते हैं, तो इन्हें देवताओं और बुजुर्गों को अर्पित कर आशीर्वाद लिया जाता है।
पर्व के दिन हरेले को घर के हर सदस्य के सिर पर रखकर आशीष दिया जाता है –
“‘जी रये, जागि रये धरती जस आगव, आकाश जस चाकव है जये, सूरज जस तराण, स्यावे जसि बुद्धि हो, दूब जस फलिये, सिल पिसि भात खाये, जांठि टेकि झाड़ जाए…”
यह भी पढ़ें- Harela festival date 2025: उत्तराखंड में कब मनाया जाएगा हरेला त्यौहार, क्या है महत्व??
यह भी पढ़ें-: आज मनाया जा रहा है उत्तराखंड में पावन पर्व हरेला, जानिए महत्व
यह भी पढ़ें- हरियाली और ऋतु परिवर्तन का प्रतीक….”उत्तराखण्ड के लोक पर्व हरेला का महत्व”
यह भी पढ़ें- बच्चों और प्रकृति से जुड़ा उत्तराखंड का लोकपर्व फूलदेई का विशेष महत्व PHULDEI FESTIVAL
उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के WHATSAPP GROUP से जुडिए।
