हरदा नहीं झेल पाए मोदी लहर की आँधी, नैनीताल सीट पर अजय भट्ट से 1 लाख वोटो से पीछे
नैनीताल सीट से अजय भट्ट पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। यहां चुनाव प्रेक्षकों का मानना था कि हरीश रावत के राजनीतिक कद और अनुभव के मुकाबले अजय भट्ट अपेक्षाकृत नए हैं, लेकिन चुनाव के रुझानों ने नया इतिहास रच दिया। अजय भट्ट और रावत दोनों को ही 2017 के विधानसभा चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ा था और आगामी चुनाव जीतकर वे अपनी खोई राजनीतिक ताकत वापस पाना चाहते थे। साल 2014 में प्रचंड मोदी लहर में कोश्यारी ने कांग्रेस से यह सीट छीनी थी लेकिन इस बार उनके चुनाव लड़ने की अनिच्छा जाहिर करने के बाद बीजेपी ने इस सीट से अजय भट्ट को उम्मीदवार बनाया है। रावत अपने पक्ष में मतदाताओं को लुभाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं और क्षेत्र में घूम-घूमकर रोजाना आधा दर्जन सभाएं और रैलियां करने के अलावा लोगों से सीधा संपर्क भी साध रहे थे । वहीं दूसरी तरफ, अजय भट्ट भी दिन-रात जी तोड़ मेहनत करके अपनी जीत सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे थे।