महज 8 वर्ष के करण रतूड़ी का खूबसूरत पहाड़ी गीत ” बचपन की याद ” हुआ रिलीज
वैसे तो उत्तराखण्ड के बाल कलाकार आज टेलीविजन की दुनिया में छाए हुए है, इसके साथ ही कला और संगीत इत्यादि के रंगमंचो में भी प्रतिभाग करने से पीछे नहीं हटते है। ऐसे ही एक बाल कलाकर करण रतूड़ी से आज हम आपको रुबरु कराने जा रहे है। मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के जाखणीधार परसारी निवासी करण रतूड़ी जो की कक्षा 4 का छात्र है और मात्र 8 वर्ष का है ,लेकिन गायिकी का हुनर ऐसा की हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाए। कहते है कला उम्र की मोहताज नहीं होती है ये पंक्ति इस नन्हे बालकलाकार के लिए एकदम सटीक बैठती है।
बिके संगीत बैनर तले अभी तक एक से एक सुपरहिट गीत निकल चुके है, बताते चले की बिके संगीत फिर से एक बेहतरीन गढ़वाली गीत लेकर आया है ” बचपन की याद ” जिसको स्वर दिए है करण रतुड़ी ने , संगीत दिया है आशीम मंगोली ने और गीत के निर्माता है मनीष चौहान। देवभूमि दर्शन से बातचीत में लोकगायक केशर पवार बताते है की करण रतुड़ी बचपन से ही संगीत प्रेमी है और पढ़ाई के साथ साथ गायिकी भी करता है। करण चंडीगढ़ में रहता है लेकिन उसे अपने पहाड़ी संस्कृति से बेहद लगाव है।