Leopard Attack In Uttarakhand: पहाड़ में नरभक्षी गुलदार ने ग्राम प्रधान की बेटी को बनाया अपना निवाला, कुछ ही देर बाद गांव के ही एक अन्य व्यक्ति पर भी किया हमला..
उत्तराखंड में वन्य जीवों और ग्रामीणों के मध्य संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। आलम यह है कि जंगली जानवरों द्वारा लगभग हर रोज राज्य के किसी ना किसी क्षेत्र में हमला कर क्षति पहुंचाई जा रही है। जंगली जानवरों के ग्रामीणों पर हमले की एक ऐसी ही खबर आज राज्य के चमोली जिले से आ रही है। जहां एक आदमखोर गुलदार ने ग्राम प्रधान की 12 वर्षीय बेटी को अपना निवाला बना लिया। (Leopard Attack In Uttarakhand) बताया गया है कि घटना के वक्त बच्ची अपनी गोशाला से घर को लौट रही थी। इसी दौरान रास्ते में पहले से घात लगाकर बैठे एक गुलदार ने बच्ची पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं बच्ची को अपना निवाला बनाने के बाद गुलदार ने गांव के ही एक अन्य व्यक्ति पर भी हमला बोला। हालांकि अपनी सतर्कता के कारण ग्रामीण बच गया परन्तु इस घटना ने समूचे क्षेत्रवासियों को दहशत में डाल दिया है। बताया गया है कि गुलदार इससे पहले भी क्षेत्र के अन्य ग्रामीणों को अपना शिकार बना चुका है बावजूद इसके प्रशासन और वन विभाग की ओर से मामले में गम्भीरता नहीं दिखाई जा रही है जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
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हादसे में बच्ची की अकस्मात मौत से प्रधान और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के चमोली जिले के नारायणबगड़ ब्लाक के गैरबारम गांव के ग्राम प्रधान देवेन्द्र सिंह है। बताया गया है कि बीते सोमवार को शाम के करीब साढ़े सात बजे के आसपास देवेन्द्र की 12 वर्षीय बेटी दृष्टि अपनी गौशाला से घर को लौट रही थी। इसी दौरान रास्ते में पहले से घात लगाकर छिपे हुए एक नरभक्षी गुलदार ने दृष्टि पर हमला कर उसे अपना निवाला बना लिया।(Leopard Attack In Uttarakhand) बच्ची की चीख-पुकार सुनकर आस-पास के ग्रामीणों ने चिल्लाना शुरू किया जिसे सुनकर गुलदार बच्ची को वहीं छोड़कर भाग गया परन्तु तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। बच्ची की असामयिक मृत्यु से ग्राम प्रधान के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मृतक बच्ची की परिजनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बता दें कि इस घटना के कुछ ही देर बाद गुलदार ने गांव के ही हरेढोन तोक में रहने वाले गोपीराम के घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। हालांकि गोपीराम ने अपनी चतुराई से गुलदार को चकमा दे दिया परंतु इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने तथा जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ने की मांग की है।
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