उत्तराखंड: पहाड़ में तेंदुए ने किया हमला तो भिड़ गई साहसी महिला, सूझबूझ से बचाई जान
Berinag Pithoragarh leopard attack: पशुओं के लिए चारा काट रही कमला देवी पर तेंदुए ने किया हमला, अपने साहस का परिचय देते हुए 10 मिनट तक तेंदुए से भिड़ी महिला……………
Berinag Pithoragarh leopard attack: राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों मे इन दिनों आदमखोर तेंदुओं का आंतक जारी है। अब तक जहां हजारों लोग इन आदमखोर तेंदुओं का निवाला बन चुके है वहीँ दूसरी ओर कुछ ऐसे लोग भी है जो अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपनी जान बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ रहे है। आज हम आपको पहाड़ की एक ऐसी महिला से रूबरू करवाने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी सूझबूझ और अपने साहस का परिचय देते हुए तेंदुए से 10 मिनट तक संघर्ष करके अपनी जान बचाई है। बता दें यह पूरा मामला राज्य के पिथौरागढ़ जनपद का है जहाँ पर बीते शनिवार को बेड़ीनाग के डोल गांव में घर के पास मवेशियों के लिए चारा काट रही महिला पर तेंदुए ने हमला कर दिया तथा महिला ने अपनी जान बचाने के लिए 10 मिनट तक तेंदुए से लड़ाई की।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार सेलीपाख के डोलगांव की रहने वाली कमला देवी बीते शनिवार की प्रात 11 बजे करीब घर के पास ही पशुओं के लिए चारा काट रही थी। तभी इस दौरान तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया और अपनी जान बचाने के लिए कमला देवी ने सूझबूझ के साथ अपने साहस का परिचय देते हुए 10 मिनट तक तेंदुए से संघर्ष किया। संघर्ष करने के दौरान कमला देवी के सिर, हाथ -पैर और कमर में तेंदुए ने गहरे ज़ख्म दिए जिसके चलते वह घायल हो गई। जैसे ही कमला देवी की चीख पुकार आसपास की महिलाओं ने सुनी तो उन्होंने शोर मचाना शुरू किया शोर सुनते ही तेंदुआ वहां से मौके पर भाग निकला। इसके बाद वहां पर कमला देवी के परिजन पहुंचे और उन्हें सीएचसी बेड़ीनाग लाया गया। डॉक्टर सिद्धार्थ पाटनी द्वारा घायल महिला का इलाज किया गया उन्होंने बताया कि महिला की हालत खतरे से बाहर है। इस घटना के बाद से क्षेत्र मे डर और दहशत का माहौल बना हुआ है। क्षेत्र पंचायत सदस्य गणेश सिंह ने वन विभाग से घायल महिला को मुआवजा देने और तेंदुए को पकड़ने की मांग की है।
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