वर्ष 2008 से चलाते थे रेस्टोरेंट अब उसी को तब्दील किया सब्जी की दुकान (vegitable shop in bageshwar) में
कोरोना वाइरस के चलते लाॅकडाउन की विषम परिस्थितियों में ना जाने कितने लोगों के पेट पर लात पड़ी है। जहाँ एक ओर प्रदेश से नौकरी छोड़ लोग पहाड़ की ओर वापसी कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर पहाड़ में वर्षों से रेस्टोरेंट और ढाबे चला रहे लोगों ने अपना व्यवसाय ही बदल लिया। ऐसी ही कुछ दास्तान है बागेश्वर के मथुरा दत्त जोशी की जो लगभग एक दशक से अधिक समय से बागेश्वर में ही रेस्टोरेंट चला रहे थे। लाॅकडाउन के चलते रेस्टोरेंट बंद हो गया आथिर्क स्थिति अब खराब होने को चली थी। ऐसे में मथुरा दत्त जोशी ने सब्जी की दुकान खोल ली। बताते चलें की मथुरा दत्त जोशी अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं है जिन्होनें अपना व्यवसाय बदला हो इसके साथ ही जिला मुख्यालय के तहसील रोड में रेस्टोरेंट चलाने वाले हरीश रौतेला, दुग बाजार में रेस्टोरेंट चलाने वाले हरीश पांडेय सब्जी (vegitable shop in bageshwar) की दुकान खोल चुके हैं।
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बागेश्वर जिला मुख्यालय के बिलौना निवासी मथुरा दत्त जोशी अपने बेटे के साथ गोमती पुल के पास वर्ष 2008 से रेस्टोरेंट चलाते थे। क्षेत्र में उनके रेस्टोरेंट का खूब नाम था लेकिन आज लाॅकडाउन की ऐसी मार पड़ी की रेस्टोरेंट का नामोनिशान ही मिट गया। मथुरा दत्त जोशी कहते हैं जहाँ कभी उनके रेस्टोरेंट में ग्राहकों की भीड़ लगी रहती थी वहीं लाॅकडाउन ने उनके इस धंधे को चौपट कर दिया। वो कहते हैं व्यवसाय बंद होने से इतना आर्थिक संकट आ पड़ा की अब तक की सारी जमा-पूंजी दो महीने में ही खत्म हो गई। जिसके चलते रेस्टोरेंट को सब्जी की दुकान में तब्दील करना पड़ा। इसके साथ ही मथुरा दत्त जोशी यह भी कहते हैं की अब वह इसी व्यवसाय को आगे बढ़ाएंगे।
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