उत्तराखंड: शादी के सालगिरह के दिन पति ने ली दुनिया से विदाई, पत्नी पर टुटा दुखों का पहाड़
कभी-कभी काल ऐसा मंजर दिखाता है जिसके बारे में सोचने में भी डर लगता है। राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में हुआ हादसा भी इसका एक उदाहरण है। जहां एक ओर दुल्हन की डोली से पहले उसके दो भाइयों की अर्थिया उठी वहीं हादसे में मौत का शिकार हुए गार्ड ने भी अपनी शादी की सालगिरह के दिन ही संसार से विदा ली। सालगिरह के मौके पर खुशी के पल दुबारा संजोने का इंतजार कर रही गार्ड धर्मपाल मौर्या की पत्नी पर तो शादी की पहली सालगिरह के दिन ही दुखों का पहाड़ ही टुट गया। बता दें कि दोनों की पिछले साल ही शादी हुई थी और यह उनकी पहली सालगिरह थी। पोस्टमार्टम के बाद सालगिरह के दिन ही जब बड़ा भाई मंगल मौर्या शव लेकर घर पहुंचा तो मृतक धर्मपाल की पत्नी की आंखों से आंसू रूकने का नाम ही नहीं ले रहें थे। परिवार के सबसे छोटे भाई के साथ हुई इस दर्दनाक घटना से परिजनों के साथ ही गांव के लोग भी काफी गमगीन थे।
गौरतलब है कि हल्द्वानी में अधिकारी आवास निवासी रिटायर्ड तहसीलदार शंकरलाल की बेटी रिया की शादी मंगलवार रात रुद्राक्षी बरातघर में दिल्ली के लाजपतनगर निवासी रितेश से हो रही थी। शादी के समय देर रात को कुछ लोग बारात घर के बाहर खड़े होकर आपस में बात कर रहे थे तभी एक तेज रफ्तार कार ने उनमें से पांच को बुरी तरह रोंद दिया था। जिससे दुल्हन के दो भाइयों के साथ ही बारात घर में गार्ड की नौकरी करने वाले धर्मपाल की भी मौके पर ही मौत हो गई थी। बता दें कि मूल रूप से रामपुर जिले के कनियापुरा मिलक के रहने वाले धर्मपाल पुत्र रोशन लाल के घर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी जिस कारण से वह छः साल पहले शिवाजी कॉलोनी में रहने वाले फूफा मोहन स्वरूप के पास आया था। काफी तलाश करने के बाद उसे बरातघर में गार्ड की नौकरी मिल गई और लेकिन सैलरी कम होने के कारण वह अलग कमरा लेने के बजाय अपने फूफा के साथ ही रहने लगा। बताते चलें कि उसकी शादी आज से एक साल पहले 17 अप्रैल को हुई थी। और वह शादी की सालगिरह मनाने घर जाने वाला था परन्तु किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
