देवभूमि उत्तराखंड को अब प्रतिभाओं की जननी कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। राज्य ने देश को अनेक ऐसी प्रतिभाएं दी है जिन्होंने विश्व पटल पर देश का मान बढ़ाया है। बात अगर खेल के क्षेत्र की ही करें तो भी ऐसी प्रतिभाओं की कमी नहीं है जिन्होंने दुनिया भर में राज्य के साथ ही देश का और अपने माता-पिता के साथ ही अपने जिले का नाम रोशन किया है। बात देवभूमि की बेटियों की करें तो उन्होंने भी हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को उजागर किया है। राज्य की ऐसी ही एक प्रतिभाशाली बेटी है पिथौरागढ़ जिले के सीमांत तहसील धारचूला की रहने वाली पूजा धामी। जी हां पूजा ने अपनी प्रतिभा का जलवा दिखाकर राज्य की महिला क्रिकेट टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है। पूजा धामी के पिता उत्तम सिंह धानी एमईएस में कार्यरत हैं। माता कलावती देवी ग्रहणी हैं। धारचूला के तहसील के दूरस्थ गांव की इस बेटी का चयन होने से क्षेत्र में खुशी की लहर है। पूजा धारचूला तहसील की प्रथम महिला क्रिकेटर बनी है जो उत्तराखंड टीम में उपकप्तान होंगी।
बता दें कि मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील के दूरस्थ अंगाव गलाती गांव की रहने वाली पूजा धामी का उत्तराखण्ड महिला अन्डर-19 क्रिकेट टीम में चयन हुआ है। इस महिला टीम में उनका एकमात्र चयन ही नहीं हुआ है अपितु उन्हें महिला टीम का उपकप्तान भी बनाया गया है। पूजा देहरादून, गुजरात और अमृतसर में खेल चुकी है। बताते चलें कि पूजा को बचपन से ही क्रिकेट का शौक है। क्रिकेट के साथ ही वह बेडमिंटन की भी एक अच्छी खिलाड़ी हैं। उनके पिता उत्तम सिंह एमइएस में कार्यरत हैं जबकि माता एक कुशल गृहणी हैं। वह वर्तमान में काशीपुर महाविद्यालय से बीए कर रही है। इसके साथ ही वह काशीपुर से ही क्रिकेट और बेडमिंटन का प्रशिक्षण भी ले रही हैं। जिले के दूरस्थ सुविधाविहीन गांव की पूजा का क्रिकेट टीम में चयन होने से क्षेत्र में हर्ष और खुशी का माहौल है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि पूजा की यह उपलब्धि क्षेत्र के अन्य खेल प्रेमी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनेगी।