उत्तराखण्ड : गर्भवती को सरकारी अस्पताल में नहीं मिली डॉक्टर,तो पर्ची काउंटर पर ही दिया बच्चे को जन्म
हमारे समाज में आये दिन ऐसी घटनाएं होती है जो ह्रदय को अंदर तक झकझोर कर रख देती है, जिसके लिए कई बार शासन प्रशाशन जिम्मेदार पाया गया है। जी हां हम बात कर रहे है पहाड़ की जहाँ स्वास्थ्य सेवाएं ढलान पर है, यही कारन भी है जो पहाड़ो में लोग शहरो की ओर पलायन करने को मजबूर है। फिर ऐसी ही एक घटना हुई है उत्तराखंड के चम्पावत जिले में जहाँ सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के ना मिलने पर , गर्भवती ने पर्ची काउंटर पर ही दिया बच्चे को जन्म। यहां अस्पताल तो खोल दिए गए लेकिन विशेषज्ञ डाक्टर तैनात नहीं किए। परिणाम स्वरूप , मरीजों को आपात स्थिति में हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है। जिस दौरान बहुत बार जच्चा बच्चा की जिंदगी खतरे में आ जाती है। वही मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. आरके जोशी कहते है की जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर स्थ्ति बुड़ाखेत गांव की गर्भवती भवानी देवी पत्नी दिनेश राम को सोमवार सुबह अस्पताल लाया गया।
बता दे की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं का एक और उदाहरण जिला अस्पताल में देखने को मिली जहाँ स्त्री रोग विशेषज्ञ न होने से बुड़ाखेत की गर्भवती महिला को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया लेकिन महिला ने पर्ची काउंटर के पास ही एक बच्चे को जन्म दिया। बाद में जिला अस्पताल कर्मियों की मदद से मां और नवजात शिशु को वार्ड में ले जाया गया। अब जच्चा-बच्चा खतरे से बाहर हैं। डॉ. वर्षा का कहना है कि गर्भवती महिला को रक्तश्राव हो रहा था, जिसकी वजह से उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया था। वही महिला के पति का कहना है कि हायर सेंटर जाने के लिए आपात सेवा 108 को कॉल किया जा रहा था। पत्नी नीचे उतरी और कुछ ही देर में पर्ची काउंटर के पास बेटे को जन्म दिया। बताते चले की महिला की यह छठी संतान है। दंपती की पांच बेटियां हैं।
