UTTARAKHAND NEWS
रुद्रप्रयाग: बेटा अब लैपटॉप ठीक हो गया है घर लौट कर आजा लेकिन कामाक्षी की आई दुखद खबर
Kamakshi Rawat missing Rudraprayag: 9 जुलाई से लापता चल रही कामाक्षी रावत का डैम से शव बरामद, परिजनों को लगा सदमा...
Kamakshi Rawat missing Rudraprayag body found from Dam: गौरतलब हो कि बीते 9 जुलाई को रुद्रप्रयाग जिले की रहने वाली 14 वर्षीय कामाक्षी रावत छोटी सी बात पर घर वालो से नाराज होकर अचानक से लापता हो गई थी जिसके बाद से कामाक्षी के परिजन बेहद चिंतित थे जिन्होंने उन्हें आसपास काफी खोजा मगर कामाक्षी का कुछ पता नहीं चला आखिरकार उन्होंने थक हारकर पुलिस प्रशासन से मदद मांगते हुए सोशल मीडिया पर कामाक्षी को ढूंढने की अपील की जिसके बाद से लगातार सोशल मीडिया पर कामाक्षी को ढूंढने की मुहिम शुरू हो चुकी थी वहीं बीते शनिवार 26 जुलाई को उस समय सभी को सदमा लग गया जब कामाक्षी का शव टिहरी के जीवीके कंपनी के डैम से बरामद हुआ। कामाक्षी के शव की शिनाख्त करते हुए उसके परिजनों पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा वहीं पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
यह भी पढ़े :रूद्रप्रयाग की कामाक्षी रावत लापता परिजन परेशान ढूंढने में करें मदद Rudraprayag news
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक रुद्रप्रयाग जिले के तेलंगी सुमेरपुर की निवासी 14 वर्षीय कामाक्षी रावत पुत्री महेंद्र सिंह रावत बीते 9 जुलाई 2025 से अपने घर से लापता चल रही थी जिसकी तलाश के लिए परिजनों ने कामाक्षी की गुमशुदगी रुद्रप्रयाग थाने में दर्ज करवाई थी । गुमशुदगी दर्ज होने के बाद से ही पुलिस प्रशासन की टीम लगातार किशोरी की खोजबीन में जुटी हुई थी जिसके लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे थे हालांकि समय अधिक बीत जाने के बाद भी कामाक्षी का कुछ पता नहीं चल सका जिससे उसके परिजनों की आस धीरे-धीरे टूटने लगी लेकिन उन्हें फिर भी उम्मीद थी कि उनकी बेटी जल्द ही लौट कर वापस घर आएगी।
26 जुलाई को शव बरामद (Body recovered on July 26)
इस बीच बीते शनिवार को टिहरी जिले के श्रीनगर गढ़वाल के चौरास क्षेत्र के अलकनंदा नदी पर बने जीवीके कंपनी के डैम के चैनल नंबर 4 के गेट पर लोगों को एक शव पानी मे तैरता हुआ दिखाई दिया जिसकी जानकारी लोगों ने चौरास पुलिस चौकी में दी। सूचना मिलते ही तुरंत स्थाई पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आपदा जल पुलिस टीम 40 वीं वाहिनी हरिद्वार को सूचित किया। सूचना मिलते ही टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई जहां पर काफी मशक्कत के बाद शव को डैम से बाहर निकालकर प्रारंभिक जांच के बाद आगे की कार्यवाही के लिए श्रीकोट अस्पताल भेजा गया है। वहीं कामाक्षी के शव की शिनाख्त उसके परिजनों द्वारा कर ली गई है।
कामाक्षी के पिता ने कुछ दिन पहले की थी भावुक अपील (Kamakshi’s father had made an emotional appeal a few days ago)
कामाक्षी के पिता महेंद्र सिंह रावत ने कुछ दिन पहले भावुक अपील करते हुए लिखा था कि कामाक्षी लैपटॉप गारंटी पीरियड में ठीक हो गया था मैं सिर्फ तुझे डराने के लिए बोल रहा था कि उस लैपटॉप पर ₹10000 लग रहे हैं लेकिन वह बिल्कुल फ्री मे ठीक हो गया है । कामाक्षी तुझे अपने पापा की बिल्कुल भी फिक्र नहीं है कि तेरे पापा का क्या हाल हो रहा होगा जब से तू गई है तब से तेरी मां ने पानी तक नहीं पिया है तेरी मां की तबीयत बहुत बिगड़ रही है तू जहां कहीं भी है मुझे कॉल कर मैं तुझे उसी समय लेने आता हूं। पिता द्वारा की गई इस भावुक अपील से ऐसा लगता है कि जैसे कामाक्षी उसके लैपटॉप खराब होने की वजह से नाराज होकर घर से चली गई होगी जो अब कभी वापिस लौट कर नही आएगी । कामाक्षी की मौत के बाद से पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है वही कामाक्षी के परिजनों को बेटी को खोने का गम जिंदगी भर कुरेदने वाला है जिनके जख्म शायद ही कभी भर पाएं ।
उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़िए।।
