उत्तराखण्ड में काल बने सड़क हादसे, इतना भयानक एक्सीडेंट खो दी पहाड़ के इस बेटे ने अपनी जिंदगी
जानकारी के अनुसार मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के नाचनी निवासी सेवानिवृत्त रेलवे इंजीनियर जसवंत सिंह टोलिया का इकलौता पुत्र सिद्धार्थ टोलिया बुधवार रात लालडांठ स्थित शादी समारोह में शामिल होने गया था। शादी समारोह संपन्न करने के बाद देर रात वह कार से वापस लौट रहा था, लेकिन बस अड्डे की तरफ चला गया। देखते ही देखते उसकी कार नैनीताल रोड पर कोतवाली के सामने तहसील परिसर के बाहर खड़ी मुजफ्फरनगर डिपो की बस (यूपी आईआईटी 7973) में पीछे से घुस गई कार किस स्पीड में अंदर घुसी होगी इस बात का अंदाजा कार के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने से ही लगाया जा सकता है। हादसे के बाद रात्रि ड्यूटी में तैनात उपनिरीक्षक शंकर नयाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने जैसे तैसे क्षतिग्रस्त कार का दरवाजा तोड़कर घायल सिद्धार्थ को बाहर निकाला, और सबसे पहले सांस देखी जो की उस वक्त चल रही थी। सिद्धार्थ के सिर पर चोट लगी थी। इस भयानक हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया, पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सिद्धार्थ के पर्स से मिले एक कार्ड में उनके परिजनों का मोबाइल नंबर मिला जिससे उनको सूचित किया गया इसकी सूचना पर परिजनों को मिलते ही वो भी मौके पर पहुंच गए। उनका परिवार हल्द्वानी बिठौरिया कुशल हाउस इन्क्लेव में रहता हैं। इसके साथ ही पुलिस ने पूछताछ के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया।