देहरादून घूमने आए स्कूली बच्चों के एक दल के तीन बच्चे शनिवार शाम को नहाते वक्त यमुना नदी (Yamuna River), इस तरह के हादसे पहले भी हो चुके हैं उत्तराखंड(Uttarakhand) में
शनिवार का दिन राज्य में एक ऐसी दर्दनाक खबर लेकर आया जिसे सुनकर प्रत्येक माता-पिता की रूह कांप जाए। जी हां यह दर्दनाक दिल को दहला देने वाली खबर राज्य के देहरादून जिले से आ रही है जहां घूमने आए स्कूली बच्चों के एक दल के तीन बच्चे शनिवार शाम को नहाते वक्त यमुना नदी (Yamuna River) में डूब गए। जिनमें अनवर, जफर अली और मोहम्मद हुसैन शामिल हैं। बच्चों के चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने बच्चों को बचाने की भरपूर कोशिश की परंतु पानी का बहाव तेज होने के कारण वे उनमें से केवल एक अनवर को ही बचा सके। जिसे उन्होंने नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। बच्चे की हालत अभी भी गंभीर बताई गई है। राज्य(Uttarakhand) में अनेक इस तरह के हादसे पहले भी हो चुके हैं। नदी में डूबे बाकी दोनों बच्चों का अभी तक कुछ भी पता नहीं चल पाया है। पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लापता स्कूली बच्चों को ढूंढने की हरसंभव कोशिश कर रही है। लापता दोनों बच्चें अनाथ बताए गए हैं। लापता बच्चे जफर अली कक्षा सात और मोहम्मद हुसैन इंटरमीडिएट का छात्र बताएं गए है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में स्थित डीएन पब्लिक स्कूल के 170 बच्चे पिकनिक मनाने के लिए शनिवार को राज्य के देहरादून जिले में घूमने आए थे। बच्चों को घूमाने के लिए स्कूल की संचालक संस्था अलजहरा चेरीटेबल फाउंडेशन संस्था लेकर आई थी। बता दें कि इस स्कूल में अधिकांश अनाथ बच्चें ही पड़ते हैं जिनकी देखरेख खुद यही संस्था करती है। दिन में भारतीय वन अनुसंधान संस्थान का भ्रमण करने के बाद ये सभी बच्चे विकासनगर से करीब आठ किलोमीटर दूर इमामबाड़ा अंबाड़ी पहुंचे। इसी बीच स्कूल के 6 बच्चे अपने दल से अलग होकर डाकपत्थर बैराज के पास यमुना नदी की तरफ चले गए। और उनमें से तीन बच्चे नहाने के लिए नदी में उतर गए जिनमें अनवर पुत्र मोहम्मद , मोहम्मद हुसैन और मोहम्मद जफर अली पुत्र मोहम्मद अली शामिल थे।जबकि बाकी तीन नदी के किनारे पर बैठकर नदी के मनमोहक दृश्य का मजा लेने लगें। इसी बीच तीनों बच्चे नहाते-नहाते पानी के तेज बहाव के कारण बहकर नदी के गहराई वाली जगह पर पहुंच गए और देखते ही देखते वह तीनों नदी में डूबने लगे।
अपने तीनों साथी छात्रों को नदी में डूबता देख किनारे बैठे छात्रों में हड़कंप मच गया। अफरातफरी के बीच वह चिल्लाकर लोगों से मदद की गुहार लगाने लगें। बच्चों के चिल्लाने की आवाज सुनकर बैराज रोड से गुजर रहे स्थानीय आदिल और इकराम मौके पर पहुंचे। और बच्चों को बचाने के लिए नदी में कूद गए। उन्होंने अपनी ओर से बच्चों को बचाने की हरसंभव कोशिश की लेकिन वह केवल अनवर को ही बचा गए। नदी में डूबे बाकी दोनों छात्र पानी के तेज बहाव के साथ लापता हो गए। जिनमें मोहम्मद जफर अली और मोहम्मद हुसैन शामिल हैं। बचाए गए छात्र अनवर को स्थानीय लोगों की मदद से नजदीकी कालिंदी अस्पताल में भर्ती कराया जहां से उसकी गम्भीर हालत को देखते हुए उसे प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। लापता दोनों छात्र अनाथ है एवं मूल रूप से जम्मू कश्मीर के रहने वाले बताए जा रहे हैं। बच्चों के डूबने की सूचना पर मौके पर पहुंची जल पुलिस ने बरतानिया तैराकों की मदद से लापता छात्रों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया है लेकिन अभी तक उन्हें इसमें कोई भी सफलता नहीं मिली है।