जैंती की हिमानी बिष्ट (Himani Bisht) बनेंगी भारतीय सेना (Indian Army) में अफसर, शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) के परीक्षा परिणामों में पूरे देश में पहला स्थान हासिल कर बढ़ाया राज्य का गौरव..
वैसे तो उत्तराखण्ड के वाशिंदे हमेशा से सेना में भर्ती होकर देशसेवा करने को लालायित ही रहते हैं परन्तु बात अगर एक दशक पूर्व की करें तो केवल राज्य के बेटे ही सेना में भर्ती होते थे। इसका सबसे बड़ा कारण यही रहा है कि पहले सेना को केवल पुरूषों के एकाधिकार वाला क्षेत्र समझा जाता था। परंतु अब समय के साथ ही जहां लोगों की सोच बदल रही है वहीं देश के सर्वोच्च न्यायालय के मार्गदर्शन का परिणाम है कि आज सेना के दरवाजों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया है। जिसके फलस्वरूप अब देवभूमि उत्तराखंड की बेटियां भी बढ़-चढ़कर भारतीय सेना का हिस्सा बनने लगी है। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जो अब भारतीय सेना में अफसर बनने जा रही है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के अल्मोड़ा जिले के जैंती तहसील क्षेत्र की रहने वाली हिमानी बिष्ट (Himani Bisht) की, जिन्होंने शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) में पहला स्थान हासिल कर न सिर्फ सेना (Indian Army) में जाकर देशसेवा करने के अपने सपने को साकार किया है बल्कि समूचे राज्य का गौरव बढ़ाकर राज्यवासियों को गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर भी प्रदान किया है। हिमानी की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं पूरे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
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सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली हिमानी ने आइटी सेक्टर में विश्व की दो बेहतरीन कंपनियों में नौकरी का ऑफर छोड़कर चुनी देशसेवा की राह:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के जैंती की रहने वाली हिमानी बिष्ट ने शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) के परीक्षा परिणामों में पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने यह स्थान एनसीसी स्पेशल वुमैन कैटगरी में मिला है। बता दें कि शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) के माध्यम से महिला अधिकारियों की भारतीय सेना में भर्ती की जाती है। सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली हिमानी का परिवार वर्तमान में देहरादून जिले के नई बस्ती क्लेमेनटाउन में रहता है। उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा आर्मी स्कूल से प्राप्त की। जिसके बाद हिमानी ने ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी से बीएससी आइटी करने के बाद इसी विश्वविद्यालय से एमसीए करने के साथ ही शॉर्ट सर्विस कमीशन प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी शुरू की। यह उनकी कड़ी मेहनत का ही परिणाम है कि आज वह शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) में चयनित होकर प्रशिक्षण के बाद सेना में अधिकारी बन जा जाएंगी, जिसके लिए उन्हें इसी माह ऑफीसर्स ट्रेनिंग एकेडमी, चेन्नई में ज्वाइन करने को कहा गया है। बतातेे चलेें कि आइटी सेक्टर में विश्व की दो बेहतरीन कंपनियों में नौकरी का ऑफर छोड़कर देशसेवा की राह चुनने वाली हिमानी के पिता ध्यान सिंह बिष्ट भी सेना से सेवानिवृत्त हैं तथा वर्तमान में राजधानी देहरादून में ही सर्वे ऑफ इंडिया में कार्यरत हैं जबकि उनकी मां वैजयंती बिष्ट एक कुशल गृहिणी हैं।
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