उत्तराखण्ड की बेटी कोमल बनी सेना में अफसर…. प्रदेश को किया गौरवान्वित
अब ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां उत्तराखण्ड की बेटियां ने अपना परचम न लहराया हों। अब तो राज्य की बेटियों ने सेना के कठिन प्रशिक्षण को पास कर वहा भी ऊंचे ऊंचे पदों को प्राप्त किया है। आज एक बार फिर हम आपको देवभूमि उत्तराखंड की एक ऐसी ही बेटी के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने लेफ्टिनेंट बनकर राज्य का नाम रोशन किया है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के चम्पावत जिले की रहने वाली कोमल चंद की। कोमल को सेना की मेडिकल नर्सिंग सर्विस में लेफ्टीनेंट बनने का गौरव हासिल हुआ है। बता दें कि कोमल अंतरराष्ट्रीय बाक्सर एवं भारतीय सेना के बाक्सिंग कोच नितिन चंद की बहन हैं। कोमल की इस उपलब्धि से उनके गांव सहित सम्पूर्ण क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि कोमल की इस उपलब्धि ने चम्पावत जिले के साथ ही पूरे राज्य को गोरवान्वित होने का अवसर प्रदान किया है।
बता दें कि राज्य के चम्पावत जिले के बनबसा क्षेत्र के चंदनी गांव की रहने वाली कोमल चंद सेना की मेडिकल नर्सिंग सर्विस में लेफ्टीनेंट बन गई है। बताते चलें कि कोमल ने प्रारंभिक शिक्षा ग्लोरियस एकेडमी से तो इंटरमीडिएट की परीक्षा बनबसा एनएचपीसी स्थित केवि क्रमांक दो से उत्तीर्ण की। इसके बाद बीएससी के दौरान ही उसका चयन नर्सिंग के लिए हुआ जिस पर उसने दिल्ली स्थित आर एंड आर (रिसर्च एंड रिफर इंस्टीट्यूट) हास्पिटल से चार वर्ष का नर्सिंग कोर्स पूरा किया। अभी हाल ही में 25 सितंबर को कोमल को सेना की मेडिकल नर्सिंग सर्विस के लिए चुना गया है। सबसे खास बात तो यह है कि कोमल के बड़े भाई नितिन, जो कि एक अंतरराष्ट्रीय बाक्सर है, भी सेना में बाक्सर कोच के पद पर तैनात हैं। उनकी इस उपलब्धि से सम्पूर्ण क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल है।
