भारतीय वायुसेना में पायलट बन, एक सैन्य पारिवारिक पृष्ठभूमि वाले परिवार की पंरपरा को कायम रखा अभिषेक राणा (Abhishek Rana) ने
भारतीय सेना में सेवा देने के लिए उत्तराखण्ड के युवा हमेशा तत्पर रहते हैं। जल सेना हो या थल सेना या फिर हो वायु सेना उत्तराखण्ड के युवाओं ने सभी जगह प्रदेश को गौरवान्वित किया है। आज हम बात कर रहे हैं अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट निवासी अभिषेक राणा (Abhishek Rana) की जिन्होंने वायुसेना में फ्लाइंग अफसर बन प्रदेश को फिर एक गौरवशाली पल दिया है। बता दें सैन्य पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले और इस परंपरा को कायम रखने वाले द्वाराहाट विकासखंड के तल्लीमिरई निवासी अभिषेक राणा वायुसेना में फ्लाइंग अफसर बन गए हैं। अभिषेक राणा के पिता नारायण सिंह राणा वर्तमान में आसाम राइफल नॉर्थ ईस्ट में तैनात हैं। वहीं उनके दादा नंदन सिंह राणा भी सेना से सेवानिवृत्त हैं। सबसे खास बात तो यह है की अभिषेक के बड़े चाचा इंदर सिंह राणा कारगिल शहीद हैं। इंदर सिंह 1994 में 6-कुमाऊं रेजिमेंट में भर्ती हुए। कारगिल युद्ध के दौरान दुश्मन सेना के खिलाफ मुस्तैद लांस नायक इंदर सिंह ने भी माँ भारती की रक्षा के लिए अपनी शहादत दे दी।
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बताते चलें की अभिषेक ने एनडीए की तैयारी घर पर ही की। अभिषेक राणा की प्रारम्भिक शिक्षा से 12वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय आरके पुरम दिल्ली में हुई। 12वीं उत्तीर्ण करने के पश्चात अभिषेक ने एनडीए ज्वाइन किया। इस दौरान उन्होंने पुणे महाराष्ट्र में तीन साल एनडीए की ट्रेनिंग ली जिसके बाद उन्होंने भारतीय वायुसेना को चुना। इसके बाद एक वर्ष हैदराबाद में ट्रेनिंग पूरी कर 20 जून 2020 को वे भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बन कर पास आउट हुए हैं। द्वाराहाट विकासखंड से एक बेटे के पायलट बनने पर पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। अभिषेक बचपन से ही एक सैन्य पारिवारिक पृष्ठभूमि वाले परिवार में पले बड़े और उसी का सकारात्मक प्रभाव था जो वो आज इस मुकाम पर पहुंचे। इसके साथ ही उनकी बड़ी बहन मीनाक्षी राणा भी भारतीय सेना में कैप्टन हैं। जिनसे उन्होंने प्रेरणा लेकर देश सेवा करने का प्रण लिया।