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Uttarakhand: Ayesha afrin of Srinagar Pauri Garhwal made such a project for patients, got selected for Inspire Award

उत्तराखण्ड

पौड़ी गढ़वाल

उत्तराखंड: आयशा ने मरीजों के लिए बनाया ऐसा प्रोजेक्ट हुई इंस्पायर अवार्ड के लिए चयनित

राज्य की होनहार बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। आए दिन हम आपको राज्य की इन प्रतिभावान बेटियों से रूबरू कराते रहते हैं इसी कड़ी में आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार छात्रा से रूबरू कराने जा रहे हैं जिनका प्रोजेक्ट इंस्पायर अवार्ड के लिए चयनित हुआ है। जी हां… हम बात कर रहे हैं राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीनगर क्षेत्र की रहने वाली आयशा आफरिन की, जो परिष्कारम पब्लिक स्कूल श्रीकोट में आठवीं कक्षा की छात्रा है। आयशा की अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र के साथ ही विद्यालय परिवार में भी खुशी की लहर है।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार परिष्कारम पब्लिक स्कूल श्रीकोट में आठवीं कक्षा की छात्रा आयशा आफरिन का प्रोजेक्ट इंस्पायर अवार्ड के लिए चयनित हो गया है। बताया गया है कि आयशा ने अपने इस प्रोजेक्ट में अस्पताल में गंभीर मरीजों के लिए बेड सह स्ट्रेक्चर तैयार किया है। जिसके जरिए मरीजों को बिना किसी परेशानी के इधर उधर शिफ्ट किया जा सकता है। इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाचार्य ने आयशा की इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा है कि इसके लिए विद्यालय की ओर से भी आयशा को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। उन्होंने इसका श्रेय आयशा की मेहनत और विज्ञान शिक्षिका प्रीति थपलियाल के मार्गदर्शन को दिया है। वहीं इस संबंध में शिक्षिका प्रीति का कहना है कि अस्पतालों में अक्सर मरीजों को बेड की चद्दर या हाथ से उठाकर स्ट्रेचर पर शिफ्ट किया जाता है, जिससे मरीजों को काफी परेशानी भी होती है। इसे देखते हुए ही इस प्रोजेक्ट को डिजाइन किया गया है। जो न केवल बेड में आसानी से फिट हो जाएगा बल्कि इससे मरीजों को कोई परेशानी भी नहीं होगी क्योंकि इस स्ट्रेचर के पाये मुड़ जाते हैं। इतना ही नहीं स्ट्रेचर को बेड से उतारने के बाद इसके पाये खोलकर मरीज को आसानी से इधर उधर भी ले जाया जा सकता है।

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Sunil

सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।

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