Uttarakhand car accident: हादसे से पहले मंदिर में दर्शन करने गया था परिवार, चंद घंटों में ही उजड़ गई सारी खुशियां..
कहते हैं होनी को कोई नहीं टाल सकता, एक बार फिर ऐसा ही कुछ देखने को मिला है राज्य के चमोली जिले में, जहां एक परिवार मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद हंसी-खुशी अपने रिश्तेदारी में जाने के लिए निकला परन्तु कुछ ही घंटों के अंदर उनकी खुशियों को एक दुखद सड़क दुर्घटना ने हमेशा के लिए छीन लिया। मां-बेटी काल का ग्रास बन चुकी है जबकि पिता-पुत्र नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती है। जी हां.. चमोली जिले में बीते शनिवार दोपहर हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना (Uttarakhand car accident) ने विजय प्रसाद गैरोला की खुशियों पर सदा के लिए ग्रहण लगा दिए। बता दें कि इस दर्दनाक हादसे से चंद घंटे पहले विजय अपने परिवार के साथ चंडिका मां का आशीर्वाद लेने सिमली स्थित मंदिर गए थे, जिसकी यादगार तस्वीरें भी विजय ने सोशल मीडिया में शेयर की थी। मंदिर में दर्शन के बाद विजय , नारायणबगड़ स्थित अपने ससुराल जाने को निकले परंतु बगोली के पास उनकी कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में समा गई।
बचाओं-बचाओं की आवाज लगाता रहा 13 वर्षीय बेटा, पिता पुत्र को किया गया एयरलिफ्ट:-
गौरतलब है कि बीते शनिवार दोपहर को राज्य के चमोली जिले में कर्णप्रयाग से नारायणबगड़ जा रही एक कार बगोली के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में समा गई थी। कार में विजय प्रसाद गैरोला पुत्र महानंद गैरोला, अपनी पत्नी रीना गैरोला, बेटी लवली तथा 13 वर्षीय बेटे अनुराग के साथ बैठे थे। हादसे (Uttarakhand car accident) में घायल होने के बाद भी विजय के 13 वर्षीय बेटे अनुराग ने साहस का परिचय दिया और “बचाओं बचाओं, मेरे मम्मी-पापा को बचाओं” यही वो शब्द थे जिन्हें अनुराग चिल्ला रहा था, इसी आवाज को सुनकर सड़क से जा रहे लोगों को हादसे का पता चला और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। इस दुखद हादसे में लवली की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि रीना ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड दिया। गम्भीर रूप से घायल पिता-पुत्र को एयरलिफ्ट कर हिमालयन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि हादसे से पहले विजय परिवार सहित चंडिका मां के दर्शन करने गए थे और काफी खुश थे। परंतु किसे पता था कि उनकी यह खुशी क्षणिक होगी।