क्वारंटीन सेंटर में तैनात होमगार्ड (Uttarakhand corona warriors) की ड्यूटी के दौरान बिगड़ी, अस्पताल में तोड़ा दम, परिवार में मचा कोहराम…
कोरोना वाइरस से जंग में उत्तराखंड के कोरोना वारियर्स अपनी जान की बाजी लगाकर भी ड्यूटी में मुश्तैदी से खड़े हैं। इनमें उत्तराखण्ड पुलिस के जवानो, चिकित्सकों, अन्य स्वास्थ्य कर्मियों सहित वे सभी अधिकारी/कर्मचारी शामिल हैं जो क्वारंटीन सेंटरों में अपनी जान जोखिम में डालकर भी तैनात हैं। राज्य के ऐसे ही एक कोरोना वारियर्स (Uttarakhand corona warriors) की ड्यूटी के दौरान निधन की दुखद खबर बागेश्वर जिले से आ रही है। बताया गया है कि मृतक एक होमगार्ड था और एक संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में तैनात था। बीते बुधवार को ड्यूटी के दौरान मृतक होमगार्ड की तबीयत अचानक बिगड़ गई और उसने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड दिया। होमगार्ड की अकस्मात मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने मृतक होमगार्ड के शव को कब्जे में ले लिया है, पुलिस का कहना है कि होमगार्ड की मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा। बता दें कि इससे पहले राज्य के उधमसिंह नगर जिले में भी लोक निर्माण विभाग के एक जेई (Uttarakhand corona warriors) का भी क्वारंटीन सेंटर में ड्यूटी के दौरान निधन हो गया था।
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मृतक होमगार्ड अपने पीछे वृद्ध माता-पिता और पत्नी सहित दो बच्चों को छोड़ गए अपने पीछे:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के बागेश्वर जिले के गोगिनापानी ग्राम पंचायत के कल्याबगड़ तोक के रहने वाले महेश भट्ट पुत्र हीरा बल्लभ भट्ट जिले में ही होमगार्ड थे। वर्तमान में उनकी ड्यूटी, बागेश्वर जिला मुख्यालय में पिंडारी मार्ग स्थित एक निजी होटल में बनाए गए संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में लगी थी। बताया गया है कि बीते बुधवार को जब वह अपनी ड्यूटी पर थे तो दोपहर दो बजे अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और वो गश खाकर जमीन पर गिर गए। ये देखकर वहां तैनात अन्य होमगार्डों में हड़कंप मचा गया, उन्होंने बिना वक्त गंवाए 108 की मदद से महेश को जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों ने महेश की गम्भीर हालत को देखते हुए उसे हायर सेंटर में रेफर करने का निर्णय लिया परन्तु इससे पहले ही महेश (Uttarakhand corona warriors) ने दम तोड दिया। मृतक होमगार्ड अपने पीछे वृद्ध माता-पिता के साथ ही पत्नी और दो बच्चों को छोड़कर गए है। हादसे के बाद से सभी का रो-रोकर बुरा हाल है।
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