बिजली विभाग (Uttarakhand electrical department) में पार्टटाइम जॉब करता था मृतक, बीए चतुर्थ सेमेस्टर का था छात्र..
राज्य के नैनीताल जिले से एक बहुत ही दुखद खबर आ रही है जहां आज तड़के बिजली विभाग के एक ठेका कर्मचारी की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद जहां मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है वहीं क्षेत्रवासियों ने बिजली विभाग (Uttarakhand electrical department) पर लापरवाही का भी आरोप लगाया है। क्षेत्र के विधायक राम सिंह कैड़ा ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। बताया गया है कि मृतक पतलोट डिग्री कालेज में बीए चतुर्थ सेमेस्टर का छात्र था तथा वह एक लाइनमैन के रूप में बिजली विभाग में पार्टटाइम जॉब करता था। मृतक के भाई ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विभाग के खिलाफ स्थानीय पटवारी को तहरीर दी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची राजस्व पुलिस की टीम ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के बड़े भाई की तहरीर पर राजस्व पुलिस की टीम मामले की जांच कर रही है।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने की मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा एवं सरकारी नौकरी देने की मांग:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले के दूरस्थतम ब्लाक ओखलकांडा के झड़गांव मल्ला में शुक्रवार सुबह बिजली लाइन ठीक करने पहुंचे विभाग के एक ठेका कर्मी की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई है। मृतक की पहचान ओखलकांडा के पश्यां गांव निवासी नारायण दत्त फुलारा पुत्र सदानंद फुलारा के रूप में हुई है। बताया गया है कि मल्ला झड़गांव में बीते दिनों से हो रही बारिश व आंधी-तूफान के कारण तोक जूनड़ी के तीन परिवारों के लिए जाने वाली बिजली लाइन टूट गई थी। जिस पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना बिजली विभाग को दी। जिस पर बिजली विभाग (Uttarakhand electrical department) ने अपने एक ठेका कर्मचारी नारायण को क्षतिग्रस्त लाइन को ठीक करने के लिए भेजा। नारायण आज सुबह 8 बजे के आसपास उस जगह पहुंचा जहां बिजली के तार टूटकर गिरे थे और वहां पहुंचने के बाद उसने 8:15 बजे शट-डाउन ले लिया। परंतु 8:40 बजे के आसपास उसकी करंट लगने से मौत हो गई। घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने सरकार से मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग की है।