शहीद राजेंद्र नेगी (Martyr Rajendra Negi) ने देश के लिए किए अपने प्राण न्योछावर राज्य सरकार देगी पत्नी को नौकरी और शहीद सम्मान
बीते गुरुवार को सुबह साढ़े सात बजे 11वीं गढ़वाल रायफल्स के शहीद जवान राजेंद्र सिंह नेगी (Martyr Rajendra Negi)का पार्थिव शरीर एमएच से देहरादून प्रेमनगर अम्बिवाला स्थित उनके घर लाया गया। जैसे ही शहीद जवान का शव उनके घर पंहुचा परिजन फुट – फुट कर रो पड़े जैसे तैसे शहीद के घरवालों को अंतिम दर्शन कराए गए। बता दे की कि श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल में कोविड-19 की प्रक्रिया के चलते शहीद जवान के पार्थिव शव को लाने में कुछ देरी हुई थी। इसके साथ ही सैन्य सूत्रों के अनुसार शहीद जवान का शव केमिकल ट्रीटमेंट के बाद लाया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शहीद राजेंद्र नेगी के घर पहुंच कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शहीद के पार्थिव शरीर को हरिद्वार ले जाया गया। इस दौरान अंतिम यात्रा में पूरा जन सैलाब उम्र पड़ा । दोपहर करीब एक बजे शहीद राजेंद्र सिंह नेगी का पार्थिव शरीर हरिद्वार के खड़खड़ी घाट पहुंचा। जहाँ पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।
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हरिद्वार के खड़खड़ी घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार होने के बाद और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के शहीद को श्रद्धांजलि देने के बाद शहीद के पिता, माता, पत्नी व परिजनों से सीएम ने बातचीत कर उनको सांत्वना दी। इसके बाद मीडिया पत्रकारों से बातचीत में यह भी बताया कि राज्य सरकार शहीद के परिजनों की हर संभव प्रयास कर सहायता करेगी। शहीद सम्मान के अलावा राज्य सरकार शहीद की पत्नी को उनकी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी देगी। गौरतलब है की बीती आठ जनवरी को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में बर्फ में फिसलने से लापता हुए जवान राजेंद्र नेगी का शव पांच दिन पहले गुलमर्ग में मिला था। हालांकि, माहभर पहले ही सेना की और से जवान राजेंद्र को शहीद घोषित कर दिया था।
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