नेताओं के लिए नजीर बनी महिला ग्राम प्रधान, बोली नियम ग्रामीणों के लिए बनाए नियमों का पालन उनके परिवार को भी करना चाहिए, पति को किया क्वारंटीन (Quarantined)..
देश में इन दिनों वीआईपी कल्चर बड़ी मात्रा में देखने को मिलता है, जहां आम जनता के लिए तो नियम बनाए जाते हैं परन्तु देश के छोटे से छोटे नेता भी इन नियमों का पालन नहीं करते। आज इन सभी नेताओं के लिए एक नजीर बनकर आई है उत्तराखंड की एक महिला ग्राम प्रधान, जिन्होंने गांव में खुद के बनाए संस्थागत क्वारंटीन के नियमों से अपने पति को भी नहीं बख्शा और गांव के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह जिम्मेदारी से करते हुए सात महीने बाद दुबई से लौटे पति को रास्ते से ही 14 दिन के लिए स्कूल में बनाए क्वारंटीन सेंटर में भेज दिया (Quarantined)। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील के जगतपुर गांव की ग्राम प्रधान पुष्पा भट्ट की, जिन्होंने दुबई से लौटे अपने पति को संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में भेजकर यह सिद्ध कर दिया है कि नियम सभी के लिए बराबर होने चाहिए। महिला ग्राम प्रधान के इस निर्णय की न केवल पूरा गांव सराहना कर रहा है बल्कि क्षेत्र के अन्य गांवों के ग्रामीण भी जगतपुर की महिला प्रधान पुष्पा को सलाम कर रहे हैं।
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गुरुवार को होना था प्रधान के नवजात बच्चे का नामकरण, फिर भी नहीं दी नियमों में ढील, दिल पर पत्थर रखकर कठोरता से निभाया ग्राम प्रधान का कर्तव्य:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील के गौलापार के जगतपुर गांव की ग्राम प्रधान पुष्पा भट्ट है। कोरोना महामारी से अपने गांव जगतपुर को बचाने के लिए पुष्पा ने कई कठोर निर्णय लिए हैं जिनमें बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को संस्थागत क्वारंटीन करना प्रमुख हैं। बताया गया है कि पुष्पा के पति योगेश भट्ट मर्चेंट नेवी में इंजीनियर के पद पर तैनात है। वह हाल ही में दुबई से मुम्बई पहुंचे थे जहां 14 दिनों तक क्वारंटाइन रहने के बाद योगेश बीते गुरुवार को अपने गांव पहुंचे। बता दें पुष्पा ने हाल ही में एक नवजात बच्चे को जन्म दिया है, जिसका नामकरण भी बीते गुरूवार को ही होना था। जिस कारण योगेश के गांव पहुंचने की खबर जैसे ही परिजनों को मिली तो उनकी खुशी दोगुनी हो गई परन्तु पुष्पा ने योगेश को यह कहने से घर में आने से रोक दिया कि जब वह बाहर से आए अन्य लोगों को संस्थागत क्वारंटीन (Quarantined) होने को कह रही है तो उन्हें खुद भी इस नियम का पालन करना चाहिए। पुष्पा की बात सुनकर योगेश ने भी पत्नी की बात का कोई विरोध नहीं किया और वह रास्ते से ही चुपचाप प्राइमरी स्कूल में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में चले गए।
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