Uttarakhand guldar attack:पहाड़ में गुलदार का आतंक बरकरार, रक्षाबंधन के दिन आठ वर्षीय मासूम बच्ची को बनाया अपना निवाला, परिजनों में कोहराम..
राज्य में मानव-वन्य जीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहाड़ हो या मैदान हर जगह आबादी के ओर बढ़ते जंगली जानवर आतंक का पर्याय बन चुके हैं। अब तक जंगली जानवरों से अपनी खेती-बाड़ी बचाने को जूझ रहे ग्रामीण अब खुद को भी सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। आज फिर राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले से जानवरों के आतंक की दुखद खबर आ रही है जहां गुलदार (Uttarakhand guldar attack) ने बीते सोमवार को रक्षाबंधन के दिन एक आठ वर्षीय मासूम बच्ची को अपना निवाला बना लिया। बच्ची का क्षत-विक्षत शव गांव के पास ही पड़ा मिला। इस दुखद घटना से जहां मृतक बच्ची के परिजन सदमे में हैं और उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं वहीं पूरे गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से आदमखोर गुलदार को पकड़ने के लिए गांव में पिंजरे लगाने की मांग की है।
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गुलदार ने इससे पहले भी क्षेत्र के ही 12 वर्षीय बालक को बनाया था निवाला:- प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के प्रतापनगर ब्लाक के देवल गांव निवासी प्रकाश नौटियाल की आठ वर्षीय पुत्री पूजा बीते सोमवार शाम को जब खेलने के बाद अपने साथियों के साथ घर वापस जा रही थी तभी रास्ते में पहले से घात लगाकर बैठे गुलदार ने करीब सवा सात बजे उस पर हमला कर दिया। उसके साथियों के घर पहुंचने के कई देर बाद भी जब पूजा घर नहीं पहुंची तो परिजनो को उसकी चिंता हुई। गांव के अन्य लोगों के साथ पूजा की काफी खोजबीन करने पर परिजनों को करीब साढ़े आठ बजे पूजा का क्षत-विक्षत शव गांव के पास ही पड़ा मिला। क्षेत्र के एसडीएम प्रतापनगर रजा अब्बास ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पूजा पर गुलदार ने ही हमला किया था और उसके गले में गहरे जख्म होने से उसकी मौत हुई है। बताया गया है कि गुलदार ने बीते दिनों भी क्षेत्र के ही खोलगढ ग्राम पंचायत निवासी 12 वर्षीय बालक को अपना निवाला बनाया था।
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