Haridwar Jail Ramleela: जेल प्रशासन को चकमा देकर रामलीला के बीच में दो कैदी हुए फरार मुख्यमंत्री धामी ने दिए जांच के आदेश
Haridwar Jail Ramleela: हरिद्वार जिले में उस वक्त प्रशासन में हड़कंप मच गया जब जेल में रामलीला मंचन के दौरान दो कैदी मां सीता की खोज में निकले और फरार हो गए। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार हरिद्वार के रोशनाबाद जिला कारागार में रामलीला मंचन का आयोजन किया गया था जिसमें दो कैदी पंकज निवासी रुड़की और राजकुमार निवासी गोंडा उत्तर प्रदेश वानर सेना के बंदर बने हुए थे। आपको बता दें कि पंकज हत्या के मामले में आजीवन कारावास काट रहा था तो राजकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन कैदी है।
Haridwar roshanabad News: रामलीला का मंचन चल रहा था दोनों बानर माता सीता को खोजने निकले थे, लेकिन इसी बीच खुद ही फरार हो गए। जब दोनों की तलाश शुरू की गई तो पता चला कि दोनों कैदी जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए हैं। दरअसल जेल में निर्माण कार्य भी चल रहा था जिसके चलते यहां पर एक सीढ़ी पड़ी हुई थी जिसका फायदा उठाकर दोनों कैदी सीढ़ी लगाकर जेल से फरार हो गए। इस मामले में यह भी कहा जा रहा है कि कैदियों की एक्टिविटी कई दिनों से संदिग्ध लग रही थी। वह कई दिनों से फरार होने की फिराक में थे। इस घटना के बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में दबिश डाली, लेकिन दोनों का कुछ भी पता नहीं चला। मामले की गंभीरता को देखते हुए सिडकुल थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। यह भी पढ़िए:रुड़की छावनी के पास रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिलने से हड़कंप
आपको बता दें कि हरिद्वार जेल में पिछले 4 वर्षों से रामलीला का आयोजन हो रहा है। इसमें मंचन करने वाले सभी जेल के कैदी ही होते हैं। इसके लिए जेल प्रशासन कैदियों को रिहर्सल भी करवाता है। इसके पश्चात नवरात्रि पर्व पर रामलीला का आयोजन होता है जो की करीब 10 दिनों तक चलती है। यह खबर जहां पूरे प्रदेश में चर्चा का हिस्सा बनी हुई है वही जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। घटना के बाद हरिद्वार डीएम कर्मेंद्र सिंह और SSP परमेंद्र डोभाल ने जेल का निरीक्षण किया। डीएम ने बेहद नाराजगी जताते हुए कहा कि कैदी जेल परिसर से कैसे फरार हो गए। डीएम ने इसे जेल प्रशासन की लापरवाही बताया। कहा- इसकी विभागीय और मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी।
अब हरिद्वार जेल से दो कैदियों के फरार होने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए जेल प्रशासन ने जेलर समेत 6 सुरक्षा कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। इस घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही उप महानिरीक्षक कारागार इसकी जांच कर रिपोर्ट सीएम धामी को देंगे।