Kotdwar tiger attack: कोटद्वार में दो बाघों ने किया बुजुर्ग पर हमला ,बुजुर्ग व्यक्ति ने संघर्ष कर बचाई अपनी जान
राज्य में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां आए दिन पर्वतीय क्षेत्रों के किसी ना किसी कोने से जंगली जानवरों के हमले की खबर सुनने को मिलती है वही जंगली जानवरों से संघर्ष की खबरे भी सुनने को मिलती रहती है। अभी एक और ऐसी ही वन्यजीव से संघर्ष की खबर राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार क्षेत्र के रिखणीखाल ब्लाॅक के सेरोगाड गांव से सामने आ रही है। जहां एक बुजुर्ग व्यक्ति ने दो बाघो से संघर्ष करके अपनी जान बचाई है। बता दें कि बाघों से संघर्ष करने में बुजुर्ग व्यक्ति बुरी तरह से जख्मी हो गए। जिसके बाद पर मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम ने घटनास्थल पर डॉक्टर के साथ पहुंचकर बुजुर्ग व्यक्ति का उपचार कराया।(kotdwar tiger attack)
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार रिखणीखाल ब्लाॅक के ग्राम पंचायत तोल्यूडांडा के सेरोगाड गांव निवासी मनवर सिंह रावत उम्र 70 वर्ष सुबह 7:30 बजे हाथ में कुदाल लेकर खेतों में धान की पौध में पानी लगाने के लिए जा रहे थे। तभी रास्ते में पहले से घात लगाकर बैठे दो बाघों ने मनवर सिंह पर हमला कर दिया। बता दें कि बाघों के हमला करने के बाद भी मनवर सिंह ने हिम्मत नहीं हारी बल्कि हाथ में रखी कुदाल से बाघों पर हमला करना शुरू कर दिया इस दौरान बाघ ने भी उन पर कई घात कर दिए। बताते चलें कि कुदाल से हमले के बाद एक बाघ तो झाड़ियों में भाग गया मनोहर सिंह भी अपनी जान बचाने के लिए और दौड़ पड़े लेकिन दूसरे बाघ ने मनवर सिंह का लगभग 100 मीटर तक पीछा किया। इस दौरान शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण भी मौके पर एकत्रित हो गए जिस पर दूसरा बाघ भी झाड़ियों के पीछे भाग गया। इस घटना से मनवर सिंह का पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया। जिसके बाद वन विभाग की टीम द्वारा डॉक्टरों से उनके पैर का इलाज कराया गया।