Martyr Chandra Mohan Singh Negi: एलएसी पर अस्थाई पुल बनाते समय चन्द्र मोहन सिंह ने दिया सर्वोच्च बलिदान, परिवार में मचा कोहराम…
Martyr Chandra Mohan Singh Negi:भारत चीन सीमा यानी एलएसी से समूचे उत्तराखण्ड के लिए एक बेहद दुखद खबर सामने आ रही है जहां विशेष पेट्रोलिंग करते समय उत्तराखण्ड का एक वीर सपूत शहीद हो गया है। शहीद जवान की पहचान चंद्र मोहन सिंह नेगी के रूप में हुई है। बताया गया है कि वह भारत तिब्बत सीमा पुलिस यानी आईटीबीपी में इंस्पेक्टर (निरीक्षक) के पद पर तैनात थे और मूल रूप से राज्य के देहरादून जिले के रहने वाले थे। उनकी शहादत की खबर मिलते ही जहां उनके परिवार में कोहराम मच गया है वहीं समूचे प्रदेश में भी शोक की लहर दौड़ गई है। शहीद जवान चन्द्र मोहन सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार 27 जुलाई को उनके पैतृक आवास पर पहुंचने की संभावना है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: मुख्यमंत्री धामी ने शहीदों के परिजनों को मिलने वाली धनराशि में किया बड़ा बदलाव
ITBP Chandra Mohan Singh Negi doiwala Dehradun: अभी तक मिल रही जानकारी के मुताबिक मूल रूप से राज्य के देहरादून जिले के डोईवाला जौलीग्रांट चौक निवासी चंद्र मोहन सिंह नेगी आईटीबीपी में निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे। वर्तमान में उनकी तैनाती हिमाचल प्रदेश के भारत चीन सीमा (एलएसी) पर थी। बताया गया है कि वे अपने साथियों के लिए, भारत चीन सीमा के पास भारत अग्रिम चौकी से आगे करग्युपा नाला पार करने के लिए अस्थायी पुल बना रहे थे। इसी दौरान वे करग्युपा नाले में गिर गए। जिस पर उनके अन्य साथियों ने उन्हें घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूर नाले से बाहर निकालकर नजदीकी आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आपको बता दें कि शहीद चंद्र मोहन सिंह 24 सितंबर 1987 में बतौर कांस्टेबल भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी ) में भर्ती हुए थे। वे अपने पीछे दो बच्चों सहित भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं।
यह भी पढ़ें- चम्पावत: पंचतत्व में विलीन हुए शहीद दयाल, सैन्य सम्मान से अंत्येष्टि, बिलख पड़े परिजन