Neem Karoli Baba Death Reason: कैसे हुई नीम करोली बाबा की मृत्यु ?
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एक बार नीम करोली बाबा बिना टिकट के फर्स्ट क्लास ट्रेन में सफर कर रहे थे तभी बाबा के पास टिकट ना होने पर टिकट चेकर ने उन्हें अगले स्टेशन पर उतार दिया। इसके पश्चात कुछ दूर जाकर बाबा नीम करोली जमीन में बैठ गए। तभी जैसे ही अधिकारी ने ट्रेन आगे बढ़ाने का इशारा किया तो ट्रेन 1 इंच भी आगे नहीं बढ़ पाई लंबे समय तक सब निरीक्षण करने के पश्चात जब इस समस्या का कोई हल नहीं निकला तो उस क्षेत्र के मजिस्ट्रेट को इस घटना का ज्ञान हुआ और उसने अधिकारी को बाबा नीम करोली से क्षमा मांगने और सम्मान पूर्वक ट्रेन में बिठाने का आदेश दिया। बता दें जैसे ही बाबा ट्रेन में बैठे तो उनकी ट्रेन चल पड़ी।
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नीम करोली बाबा की मृत्यु:-
Neem karoli baba biography
आपको जानकारी देते चले 11 सितंबर 1973 की रात्रि को नीम करोली बाबा अपने वृंदावन स्थित आश्रम में थे। तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया डॉक्टरों ने उन्हें ऑक्सीजन मास्क लगाया लेकिन बाबा ने इसे लगाने से इनकार कर दिया और अपने भक्तों को बोला कि अब मेरे जाने का समय आ गया है इतना कहते ही उन्होंने अपने भक्तों से तुलसी और गंगाजल मंगवाई। इसके पश्चात बाबा ने तुलसी और गंगाजल ग्रहण कर रात करीब 1:15 पर अनंत चतुर्दशी के दिन वृंदावन की पावन भूमि में नीम अपने प्राण त्याग दिए थे।
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