uttarakhand: बोले मुख्यमंत्री- विभिन्न जनपदों में फंसे लोग जा सकेंगे अपने घर, जिलाधिकारी से लेनी होगी अनुमति..
लॉकडाउन के चलते विभिन्न जिलों में फंसे उत्तराखण्ड(uttarakhand) के लोगों को अब और अधिक दिन घर से दूर नहीं रहना पड़ेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बीते सोमवार को सभी जिलाधिकारियों को ऐसे लोगों को जल्द से जल्द घर पहुंचाने के निर्देश दिए। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियो को निर्देशित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रिश्तेदारी या अन्य वजह से लॉकडाउन में फंसे लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ग्रीन जोन वाले जिलों में जाने की अनुमति दी जाए इसके साथ ही उन्होंने दूसरे राज्यों से आए उन प्रवासी उत्तराखण्डियों को भी घर भेजने की व्यवस्था करने के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए जो अपना 14 दिन का क्वारंटीन पीरियड पूरा कर चुके हों। इन सभी को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद घर भेजने की व्यवस्था जल्द से जल्द की जाए। इसके लिए सम्बंधित व्यक्तियों को जिलाधिकारी से अनुमति लेनी होगी। हालांकि यह व्यवस्था केवल ग्रीन जोन के साथ जिलों में ही लागू होगी।बता दें कि मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से यह वार्ता कोरोना संक्रमण के हालातों का जायजा लेने के लिए की थी, इस दौरान उनके साथ शासन स्तर के कई अधिकारी भी मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को दिए निर्देश जल्द से जल्द किए जाएं इंतजाम:-
बता दें कि बीते सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीटिंग कर कोरोना संक्रमण के ताजा हालातों का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई निर्देश भी जिलाधिकारियों को दिए जिनमें लॉकडाउन के चलते विभिन्न जिलों में फंसे हुए और क्वारंटीन पीरियड पूरा कर चुके लोगों की घर वापसी की व्यवस्था करना और अंतर्जनपदीय शादी की अनुमति देना प्रमुख था। आज सुबह उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश की जनता को भी इसकी जानकारी दी। इसके साथ ही आम-लीची आदि फलों की खरीदारी करने वाले ठेकेदारों के आवागमन में भी खुली छूट देने की और खेती से संबंधित कार्यों की सुचारु रूप से संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात भी मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से कहीं। उन्होंने कहा कि राज्य के किसी भी नागरिक को कोई कष्ट नहीं होना चाहिए। हमें आम जनता की परेशानियों का समाधान करने के लिए मानवीय दृष्टिकोण अपनाना होगा। बताते चलें कि कोरोना वायरस के कारण राज्य में रिवर्स पलायन होने को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने एक अच्छा संकेत बताते हुए जिलाधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि उद्योगों से समन्वय कर उनकी आवश्यकता, कार्य-कुशलता एवं अनुभव को देखते हुए घर वापस आए प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध कराने का इंतजाम भी किया जाए।
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